लाइव टीवी

जब यूपी बीजेपी अध्यक्ष स्वतंत्रदेव सिंह ने मुलायम सिंह से की मुलाकात, निकाले जाने लगे सियासी मायने

Updated Aug 31, 2021 | 09:07 IST

सियासी शख्सियतों की मुलाकात सियासी ही होती है। अगर ऐसा ना होता तो मुलायम सिंह यादव के साथ यूपी बीजेपी अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह की मुलाकात सामान्य मुलाकात कही जाती।

Loading ...
मुलायम सिंह यादव और स्वतंत्र देव सिंह की मुलाकात के लिए सियासी मायने निकाले जाने लगे
मुख्य बातें
  • यूपी बीजेपी अध्यक्ष स्वतंत्रदेव सिंह ने मुलायम सिंह यादव से मुलाकात की थी
  • बीजेपी मे मुलाकात को कल्याण सिंह के त्रयोदशी कार्यक्रम से जोड़ा
  • सपा के मुताबिक मुलायम सिंह यादव ने स्वतंत्रदेव सिंह को पार्टी में शामिल होने का न्यौता दिया

यूपी बीजेपी के अध्यक्ष स्वतंत्रदेव सिंह ने सोमवार को सपा के संरक्षक मुलायम सिंह यादव से मुलाकात की और वो मुलाकात सियासी हो गयी। वैसे भी अगर सियासी लोग मिलते हैं तो चर्चाओं का बाजार गर्म हो ही जाता है। अब सवाल यह है कि आखिर इसके पीछे वजह क्या है। इसके लिए स्वतंत्र देव सिंह के ट्वीट को पढ़ना जरूरी है। 

स्वतंत्रदेव सिंह का ट्वीट
अब स्वतंत्र देव सिंह के ट्वीट का बीजेपी और एसपी ने अलग अलग रूप दिया है। बीजेपी का कहना है कि  उन्होंने मुलायम सिंह को कल्याण सिंह का त्रयोदशी में आने का न्यौता दिया। बता दें कि जब कल्याण सिंह का पार्थिव शरीर लखनऊ में रखा गया थो तो सपा के किसी बड़े नेता ने घर जाकर श्रद्धांजलि नहीं दी था और बीजेपी ने इसे राजनीतिक मुद्दा बनाते हुए कहा कि सपा को पिछड़े समाज की चिंता नहीं और सपा बैकफुट पर आ गई।

सपा का जवाब
जानकार कहते हैं कि अब जब स्वतंत्रदेव सिंह ने मुलाकात की और बीजेपी की तरफ से कहा जाने लगा कि उन्होंने मुलायम सिंह यादव तो कल्याण सिंह की त्रयोदशी में शामिल होने का न्यौता दिया है तो सपा के सामने एक बार फिर मुश्किल आ गई की वो किस तरह से मुलाकात को पेश करे, लिहाजा स्वतंत्रदेव सिंह की ट्वीट को रिट्वीट करते हुए बताया गया कि सपा संरक्षक ने स्वतंत्रदेव सिंह को पार्टी में शामिल होने का न्यौता दिया। 


दरअसल यूपी विधानसभा चुनाव से पहले इस तरह के बयान आते रहेंगे। 2022 का चुनाव सभी दलों के लिए करो या मरो जैसी बात होगी। अगर बीजेपी 2022 में सरकार बनाने में कामयाब होती है तो वो उसका लगातार दूसरा टर्म होगा। इसके साथ ही अगर समाजवादी पार्टी सरकार बनाती है तो इसका अर्थ यह होगा कि यूपी की जनता ने प्रादेशिक स्तर पर बीजेपी को नकार दिया। 

Lucknow News in Hindi (लखनऊ समाचार), Times now के हिंदी न्यूज़ वेबसाइट -Times Now Navbharat पर। साथ ही और भी Hindi News (हिंदी समाचार) के अपडेट के लिए हमें गूगल न्यूज़ पर फॉलो करें।