- 2017 के पहले और बाद का फर्क देखना हो तो आएं यूपी के शहरों में: सीएम योगी
- महापौरों, चेयरमैनों और पार्षदों के सहयोग से अब तक काबू में रहा कोरोना: मुख्यमंत्री
- पार्षदों से सीएम का आह्वान, जाएं, बीमारों का हालचाल लें, कराएं 100% टीकाकरण
लखनऊ : मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि प्रदेश के हर नगरीय निकाय में माफियाओं से मुक्त कराई गई जमीन पर गरीबों के महल तैयार होंगे। प्रयागराज से इसकी शुरुआत भी हो चुकी है। उन्होंने कहा है कि राज्य सरकार की एंटी भूमाफिया टास्क फोर्स एक्टिव है और हर नगरीय निकाय में ऐसी जमीन चिन्हित कर कार्रवाई की जाएगी। गुरुवार को प्रदेश के सभी नगर निगमों, नगर पालिकाओं और नगर पंचायतों के प्रतिनिधियों से वर्चुअल संवाद करते हुए सीएम योगी ने यह बातें कहीं।
आज प्रदेश बदल रहा है-सीएम
अपराध और अपराधी के विरुद्ध जीरो टॉलरेंस की नीति के प्रति अपना संकल्प दोहराते हुए उन्होंने कहा कि प्रयागराज में जिस तरह माफिया से मुक्त कराई जमीन पर गरीबों के लिए आवास तैयार हो रहे हैं, यह एक उदाहरण है और ऐसे ही प्रदेश के हर नगरीय निकाय में होगा। महापौर, चेयरमैन और पार्षदों से बात करते हुए आजादी के बाद सरकारें तो बहुत सी आईं लेकिन किसी ने समग्रता से प्रदेश के विकास की दिशा में नहीं सोचा। रहने के लिए आवास नहीं, पीने के लिए शुद्ध पानी नहीं, घर में शौचालय नहीं, बिजली नहीं। लेकिन आज प्रदेश बदल रहा है।
गरीबों के लिए बने 43 लाख आवास
मुख्यमंत्री ने कहा कि आज यूपी की लगभग 25 फीसदी आबादी शहरी क्षेत्र में रहती है। करीब 6 करोड़ लोग शहरों के निवासी हैं। 2017 से पहले प्रदेश में 14 नगर निगम थे, आज 17 हैं। 84 नई नगर पंचायतों के साथ नगर 517 नगर पंचायतें हैं। यह सब सामान्य जन की सुविधाओं को विस्तार देने का प्रयास है। उन्होंने कहा कि सरकार "ईज ऑफ लिविंग' को लेकर नियोजित ढंग से काम कर रही है। बीते पांच साल में केंद्र व राज्य सरकार के साझा प्रयास से गरीबों के लिए बने 43 लाख आवास, शुद्ध पेयजल के लिए 60 शहरों में लागू अमृत योजना, नारी गरिमा और स्वच्छता का प्रतीक शौचालय निर्माण, हर घर बिजली है।आज यूपी के शहर स्मार्ट हो रहे हैं। यहां ट्रैफिक हो या यातायात के साधन या फिर पार्किंग, सब स्मार्ट हो रहे हैं। यह होता है बदलाव। उन्होंने कहा कि यह स्मार्ट शहर नए भारत के नए उत्तर प्रदेश की पहचान हैं।
'घर-घर जाइये, देखिए कोई बीमार-परेशान तो नहीं'
कोरोना की पिछली दो लहर के सफलतापूर्वक सामना करने में महापौर, चेयरमैन और पार्षद गणों के योगदान की सराहना करते हुए उन्होंने तीसरी लहर में सहयोग का आह्वान किया। सीएम ने कहा कि विशेषज्ञों का मानना है कि ओमिक्रोन वैरिएंट वाली यह तीसरी लहर पहले की तुलना में खतरनाक नहीं है, लेकिन बीमारी तो बीमारी है, इसके लिए लापरवाही ठीक नहीं। सतर्कता और सावधानी की जरूरत है। उन्होंने कहा कि गांवों में निगरानी समितियों ने जैसा काम किया, उसने कोरोना नियंत्रण में बड़ा योगदान किया।
'सीएम को बताया जनता का हाल, कहा आप हैं तो सब ठीक रहेगा'
वर्चुअल माध्यम से हुए इस संवाद में 10 जनप्रतिनिधियों ने सीएम से सीधी बातचीत कर अपने क्षेत्र का हालचाल सुनाया। झांसी से दिनेश प्रताप ने झांसी में हुए विकास के लिए आभार जताते हुए कहा कि आज जब दूसरे प्रदेश से उनके रिश्तेदार आते हैं तो झांसी देखकर चकित से रह जाते हैं। वहीँ मथुरा से पार्षद मूलचंद गर्ग ने "राधे-राधे के जयकारे के साथ सीएम का अभिवादन किया और बताया कि उनके वार्ड में घर-घर स्क्रीनिंग करा रहे हैं। सबको राशन मिल रहा है। संवाद के दौरान सीएम योगी ने ब्रज रज को प्रणाम भी किया। कुशीनगर के पार्षद राजकुमार चौरसिया ने बताया कि उनकी निगरानी समिति सक्रिय हो गई है। वार्ड में 1056 पॉजिटिव थे, 966 का टीकाकरण भी हो गया।