- योगी आदित्यनाथ के पास 34 विभाग
- केशव प्रसाद मौर्य के पास 6 विभाग
- ब्रजेश पाठक को स्वास्थ्य और परिवार कल्याण की अहम जिम्मेदारी
28 मार्च को योगी आदित्यनाथ मंत्रिमंडल में शामिल मंत्रियों के विभागों का बंटवारा कर दिया गया। 25 मार्च को शपथ ग्रहण के बाद हर किसी की नजर टिकी हुई थी कि किसके खाते में क्या आता है। अगर विभागों पर गौर करें तो सीएम योगी आदित्यनाथ के पास कुल 34 विभाग हैं। डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य के पास 6 विभाग हैं और दूसरे डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक को स्वास्थ्य परिवार कल्याण मंत्रालय की अहम जिम्मेदारी मिली है। इसके साथ ही अगर बात करें स्वतंत्र देव सिंह की तो उन्हें पीएम नरेंद्र मोदी की महत्वाकांक्षी योजना जल शक्ति की जिम्मेदारी मिली है। जिस पर पीएम मोदी हर घर हर नल से जोड़ने की वकालत करते हैं।
सियासी संदेश देने की भी कोशिश
अगर बात सुरेश खन्ना और सूर्य प्रताप शाही की करें तो उनके पुराने विभाग में पहले की तरह हैं हालांकि सुरेश खन्ना के विभाग में कटौती की गई है। इसी तरह से मंत्रिमंडल में शामिल नए चेहरों में से अरविंद कुमार शर्मा को नगर विकास और ऊर्जा मंत्रालय की दोहरी जिम्मेदारी दी गई है। जितिन प्रसाद को पब्लिक वर्क्स डिपार्टमेंट की जिम्मेदारी देकर ब्राह्मण समाज को संदेश देने की कोशिश है कि योगी सरकार और बीजेपी के लिए ब्राह्मणों की भूमिका क्या है। इसके साथ ही अहर बात असीम अरुण की करें तो उन्हें अनुसूचित जाति का मंत्रालय देकर उस समाज को बड़ा संदेश देने की कोशिश की गई है।
उत्तर प्रदेश: योगी सरकार के मंत्रियों को आवंटित हुए मंत्रालय, जानें किसे मिला कौन सा विभाग, ये है पूरी लिस्ट
गृह, नियुक्ति कार्मिक सीएम के पास
मुख्यमंत्री योगी ने गृह, आवास एवं शहरी नियोजन, नियुक्ति, कार्मिक, राजस्व सहित 25 महत्तवपूर्ण विभाग अपने पास रखे हैं। नन्द गोपाल नंदी को औद्योगिक विकास, निर्यात प्रोत्साहन, एनआरआई तथा निवेश प्रोत्साहन विभाग मिला है। योगी आदित्यनाथ ने ट्वीट कर कहा कि उत्तर प्रदेश के समस्त माननीय मंत्री गण को उनका दायित्व प्राप्त होने की बहुत-बहुत बधाई। मुझे पूर्ण विश्वास है कि आप सभी 'जन विश्वास' की कसौटी पर खरे उतरेंगे। आपका परिश्रम, प्रतिभा, प्रतिबद्धता और अनुभव जन अपेक्षाओं की पूर्ति में निश्चित रूप से सहायक सिद्ध होंगे। जानकार कहते हैं कि अगर सीएम योगी आदित्यनाथ के पास विभागों की संख्या देखें तो एक बात साफ है कि वो इस दफा करीब करीब उन सभी विभागों को अपने पास रखें है जो पिछली दफा भी थे।