- मन्ना सिंह हत्याकांड में अभियुक्त है उमेश सिंह
- प्रशासन ने गिराया 10 करोड़ की लागत से बना अवैध शापिंग मॉल
- साढ़े 4 सालों में योगी सरकार ने जब्त की माफियाओं की 18 सौ करोड़ से अधिक की सम्पत्ति
लखनऊ: यूपी में माफियाओं के खिलाफ योगी सरकार की कार्रवाई जारी है। शनिवार को मऊ में माफिया मुख्तार अंसारी के करीबी कोयला माफिया व मन्ना सिंह हत्याकांड में अभियुक्त उमेश सिंह का भीटी में 10 करोड़ रुपए की लागत के अवैध शापिंग मॉल पर योगी सरकार का बुलडोजर चल गया। योगी सरकार की बड़ी कार्रवाई से माफियाओं में हड़कंप है। सिटी मजिस्ट्रेट के आदेश पर अवैध शापिंग मॉल के ध्वस्तीकरण की कार्रवाई हुई। प्रदेश सरकार अब तक माफियाओं की 1800 करोड़ रुपए से अधिक की सम्पत्ति जब्त/ध्वस्त कर चुकी है।
यूपी को माफियाओं और गुंडों से मुक्त कराने की मुहिम में शनिवार को एक और बड़ा कदम उठाया गया। उमेश सिंह ने मऊ के भीटी में अवैध तरीके से 4 मंजिला इमारत का निर्माण कराया था। इसमें एक मेगा मार्ट भी खुला था। मऊ के तत्कालीन जिलाधिकारी ज्ञान प्रकाश त्रिपाठी ने उक्त भवन के साथ शापिंग मॉल को सील किया था। शनिवार को मऊ जिला प्रशासन की टीम ने भारी पुलिस फोर्स के साथ सदर विधायक मुख्तार अंसारी के सहयोगी एवं मन्ना सिंह हत्याकांड में अभियुक्त उमेश सिंह के त्रिदेव कॉम्प्लेक्स पर बुलडोजर चला दिया।
संपत्ति की कीमत लगभग 10 करोड़ की आंकी जा रही है
प्रशासन के मुताबिक भवन संख्या 987 जो उमेश सिंह के तीन लड़कों अजय सिंह , विजय सिंह व विनय सिंह के नाम से हैं , उसे आरबी एक्ट की धारा 10 के अंतर्गत अवैध करार देते हुए जिलाधिकारी के आदेश पर ध्वस्त कराया गया । संपत्ति की कीमत लगभग 10 करोड़ की आंकी जा रही है ।
1800 करोड़ से अधिक की सम्पत्ति की जा चुकी है जब्त
साढ़े 4 सालों में योगी सरकार ने माफियाओं और गैंगस्टरों की कमर तोड़ने का काम किया है। सरकार अब तक यूपी में माफियाओं की 1800 करोड़ रुपए से अधिक की सम्पत्ति जब्त/ध्वस्त कर चुकी है। जो यूपी की अब तक की सबसे बड़ी कार्रवाई है। बांदा जेल में बंद माफिया व बसपा विधायक मुख्तार अंसारी के खिलाफ कार्रवाई करते हुये पुलिस ने 194 करोड़ रुपये की संपत्ति कुर्क की और गिरोह के 244 सदस्यों के खिलाफ कार्रवाई की जबकि गुजरात जेल में बंद माफिया अतीक अहमद व सहयोगियों की 325 करोड़ की सम्पत्ति जब्त/ध्वस्त करने की कार्रवाई की जा चुकी है।