- 2022 में यूपी में विधानसभा चुनाव होने हैं
- 2017 में बीजेपी की हुई थी प्रचंड जीत, 300 से अधिक सीटों पर कब्जा
- 2022 के चुनाव के मद्देनजर सियासी समीकरण साधने की मुहिम तेज
यूपी विधानसभा चुनाव 2022 दिलचस्प रहने वाला है, अब दिलचस्प शब्द के पीछे कई वजह है, बीजेपी के लिए इतिहास बनाने का मौका होगा तो एसपी और बीएसपी के लिए वजूद बचाए रहने का। इसके साथ कांग्रेस के लिए नए सिरे से जमीन बनाने की लड़ाई होगी। इसका अर्थ यह है कि 2022 का चुनाव सभी दलों के लिए किसी ना किसी वजह से खास है।
2022 में यूपी पर कौन करेगा राज
अब यूपी की सियासत में भगवा झंडा फिर फहराए इसके लिए बीजेपी की तरफ से खास तैयारी की गई है। उन तैयारियों की जानकारी देने से पहले यह समझना जरूरी है कि 2017 के नतीजों में ऐसा क्या हुआ कि एसपी की करारी हार हो गई। 2017 के नतीजों के बारे में लोग कहते हैं कि बीजेपी को उस तरह की प्रचंड जीत का भरोसा नहीं था। बीजेपी की जीत के नायक रहे पीएम नरेंद्र मोदी लिहाजा बीजेपी एक बार फिर नरेंद्र मोदी के चेहरे और कामकाज पर चुनावी मैदान में जाने के लिए कमर कस चुकी है।
- सितंबर के महीने से अगले हर महीने पीएम मोदी के 2 से तीन कार्यक्रम
- सरकारी प्रोजेक्ट्स का उद्घाटन पीएम से कराने की योजना
- संगठन के कार्यक्रमों में भी हिस्सा लेंगे पीएम नरेंद्र मोदी
क्या कहते हैं जानकार
यूपी की राजनीति पर नदर रखने वाले लोगों का कहना है कि 2022 का चुनाव कई मायनों में खास रहने वाला है। अगर 2017 की बात करें तो बीजेपी ने सामाजिक समीकरणों को साधा और उसका असर नतीजों पर भी दिखाई दिया। दूसरी बात यह थी कि उस समय प्रदेश में बीजेपी सरकार में नहीं थी। लेकिन इस दफा तस्वीर अलग दिखाई दे रही है। छोटे दल खासतौर से ओमप्रकाश राजभर की पार्टी की छिटक जाना बड़ा नुकसान है, इसके साथ ही जिस तरह से पश्चिमी उत्तर प्रदेश में किसान आंदोलन हो रहा है उसकी वजह से नुकसान की संभावना जताई जा रही है। लेकिन बीजेपी के रणनीतिकारों को लगता है कि नरेंद्र मोदी वो चेहरा है जिसके सामने विरोध के सभी मुद्दे गौड़ हो जाएंगे और बीजेपी एक बार फिर सरकार बनाने में कामयाब होगी।