- योगी सरकार ने आज से की "मिशन शक्ति" के तृतीय चरण की शुरुआत
- मुख्यमंत्री कन्या सुमंगला योजना" के अंतर्गत रक्षाबंधन के उपहार स्वरूप 1.50 लाख बालिकाओं के खाते में अनुदान को धनराशि ट्रांसफर
- लखनऊ में आयोजित कार्यक्रम के दौरान वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण भी रही मौजूद
लखनऊ: केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण, उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आज उत्तर प्रदेश में महिलाओं एवं बालिकाओं की सुरक्षा, सम्मान एवं स्वावलम्बन के लिए ‘मिशन शक्ति’ के तीसरे चरण की शुरुआत की। उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा शनिवार को शुरू 'मिशन शक्ति' का तीसरा चरण 31 दिसंबर 2021 तक चलेगा। मिशन शक्ति के पहले चरण की शुरुआत अक्टूबर (शारदीय नवरात्र) 2020 में हुई थी। इसमें ‘मुख्यमंत्री कन्या सुमंगला योजना’ के अन्तर्गत 1.55 लाख से अधिक बालिकाओं के खाते में 30 करोड़ से अधिक धनराशि ऑनलाइन स्थानांतरित की गई।
कार्यक्रम में मुख्यमंत्री निराश्रित महिला पेंशन योजना के तहत 29.68 लाख महिलाओं के खातों 451 करोड़ रुपए सीधे तौर पर हस्तांतरित किए गए। इसके साथ ही 1.73 लाख से अधिक नए लाभार्थियों को इस योजना से जोड़ा गया है। मुख्यमंत्री कन्या सुमंगला योजना के तहत 1.55 लाख बेटियों के खातों 30.12 करोड़ हस्तांतरित किए गए।
मुख्यमंत्री योगी ने कहा, 'कई बार जानकारी के अभाव में माताएं बहने योजनाओं से वंचित रह जाती हैं। प्रधानमंत्री जी के 2014 में बनने के बाद उन्होंने नारी शक्ति के लिए कई कार्यक्रम शुरू किए, जिससे नारी गरिमा और आर्थिक स्वावलम्बन हुआ। घरौनी के माध्यम से घर की मालकिन को उनका अधिकार मिला। 2017 से पहले क्या था जनता सब जानती है। हमने प्रदेश में आने के बाद तत्काल नारी सुरक्षा का एक विशेष अभियान प्रारम्भ किया,यही कार्यक्रम मिशन शक्ति के माध्यम से आगे बढ़ रहा है,आज तीसरा चरण सफलतापूर्वक शुरू हो रहा।'
बताई उपलब्धियां
सीएम ने महिलाओं के लिए चलाई गई सरकार की योजनाओं का जिक्र करते हुए कहा, 'यहां उन महिलाओं को सम्मानित किया गया जिन्होंने पिछले 4 वर्षो मे अच्छा कार्य किया। मुख्यमंत्री कन्या सुमंगला योजना जिसमे बालिका के जन्म से पढ़ाई को लेकर दी जाती है। आज से पहले 7 लाख 86 हजार बालिकाओं को दिया जा चुका था। कोरोना कालखंड में जब जनता त्रस्त थी तब प्रधानमंत्री जी के प्रेरणा से स्वास्थ्यकर्मियों को एक सुरक्षा कवच प्रदान किया गया,उसका परिणाम है कि 24 करोड़ की आबादी में मात्र 24 केसेज रह गए हैं। । पहले माताओं बहनों को जनधन अकाउंट के माध्यम से बैंकों से पैसे निकालने के लिए लाइने लगानी पड़ती थी, लेकिन हमने उनकी सुविधा के लिए बैंकिंग सखी का गठन किया,जिससे उनको कहीं लाइन लगाने की जरूरत नही।'
महिलाओं को किया गया सम्मानित
इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में आयोजित कार्यक्रम के दौरान इस मिशन शक्ति के तीसरे चरण के शुभारंभ अवसर पर अपने अपने क्षेत्रों में उत्कृष्ट कार्य करने वाली 75 महिलाओं को सम्मानित भी किया गया। इसके साथ ही राज्य सरकार 59 हजार ग्राम पंचायत भवनों में मिशन शक्ति कक्ष की शुरूआत भी की गई। राज्य सरकार से मिली जानकारी के अनुसार महिला बीट पुलिस अधिकारी की तैनाती के साथ ही 84.79 करोड़ की लागत से 1286 थानों में पिंक टॉयलेट का निर्माण किया जाएगा। महिला बटालियनों के लिए 2982 पदों के लिए विशेष भर्ती की जाएगी।
बालवाड़ी क्रेच
इसके अलावा सभी पुलिस लाइन में बालवाड़ी क्रेच की स्थापना की जाएगी। बालिनी दुग्ध उत्पादक कंपनी की तर्ज पर नई कंपनियां स्थापित होंगी। सोनभद्र, चंदौली, मिजार्पुर, बलिया, गाजीपुर, गोरखपुर, देवरिया, महराजगंज, कुशीनगर रायबरेली, सुल्तानपुर, अमेठी, बरेली, पीलीभीत, लखीमपुर खीरी और रामपुर जिलों में भी ऐसी निर्माण इकाइयां स्थापित की जाएंगी। इसके साथ ही दिसंबर तक एक लाख नए स्वयं सहायता समूह बनाने का भी लक्ष्य रखा गया है।