- आरोपी मनीष सोनी और सतीश मोथकुरी की हिरासत बढ़ाई गई।
- सोनी और मोथकुरी को पूर्व ‘एनकाउंटर स्पेशलिस्ट’ प्रदीप शर्मा के साथ गिरफ्तार किया गया था।
- इस मामले में पुलिस अधिकारियों सचिन वाजे, रियाजुद्दीन काज़ी और सुनील माणे को गिरफ्तार किया था।
मुंबई : मुंबई की एक विशेष अदालत ने उद्योगपति मुकेश अंबानी के घर के पास एक कार से विस्फोटक मिलने और कारोबारी मनसुख हिरेन की हत्या के सिलसिले में गिरफ्तार दो आरोपियों की राष्ट्रीय अन्वेषण अभिकरण (एनआईए) की हिरासत बृहस्पतिवार को पांच जुलाई तक बढ़ा दी। आरोपी मनीष सोनी और सतीश मोथकुरी को उनकी हिरासत की अवधि खत्म होने पर बृहस्पतिवार को एनआईए की विशेष अदालत में पेश किया गया था और जांच एजेंसी ने मामले में आगे की तफ्तीश के लिए उनकी हिरासत बढ़ाने का आग्रह किया जिसे अदालत ने मान लिया।
सोनी और मोथकुरी को 17 जून को पूर्व ‘एनकाउंटर स्पेशलिस्ट’ प्रदीप शर्मा के साथ गिरफ्तार किया गया था जो फिलहाल न्यायिक हिरासत में है। एनआईए ने पहले अदालत को बताया था कि सोनी और मोथकुरी ने हिरेन की हत्या की थी और अन्य आरोपियों की मदद से उसका शव फेंका दिया था।
केंद्रीय एजेंसी ने इससे पहले इस मामले में पुलिस अधिकारियों सचिन वाजे, रियाजुद्दीन काज़ी और सुनील माणे को गिरफ्तार किया था, जिन्हें बाद में सेवा से बर्खास्त कर दिया गया था। एनआईए ने पूर्व पुलिस कांस्टेबल विनायक शिंदे और क्रिकेट सट्टेबाज नरेश गोर को भी गिरफ्तार किया था और सभी आरोपी फिलहाल न्यायिक हिरासत में हैं।
इस साल 25 फरवरी को दक्षिण मुंबई में अंबानी के घर ‘एंटिलिया’ के पास कार से विस्फोटक बरामद हुए थे। ठाणे के कारोबारी हिरेन ने दावा किया था कि गाड़ी का कब्जा उसके पास था लेकिन कुछ दिन बाद पांच मार्च को मुंब्रा में इस कारोबारी का भी शव मिला था।