- महाराष्ट्र में एक बार फिर कोरोना के मामलों में वृद्धि हो रही है, अलर्ट पर है राज्य सरकार
- कोरोना के मामलों पर रोक के लिए गाइडलाइंस का सख्ती से पालन करने के लिए कहा गया है
- पुणे में नाइट कर्फ्यू लगाया गया है, सीएम ने कहा कि लॉकडाउन से बचना है तो मास्क पहनना जरूरी है
मुंबई : महाराष्ट्र में कोरोना संक्रमण के मामलों में हो रही वृद्धि ने केंद्र और राज्य दोनों सरकारों को अलर्ट कर दिया है। राज्य में महामारी नए सिरे से सिर न उठा पाए इसके लिए एहतियाती उपाय और दिशानिर्देश जारी किए गए हैं। महाराष्ट्र में सार्स-सीओवी-2 के दो नए स्वरूप - एन440के और ई484के- मिले हैं लेकिन सरकार का कहना है कि मामलों में वृद्धि के लिए अभी इन वायरसों को जिम्मेदार ठहराना उचित नहीं होगा। राज्य में कोरोना संक्रमण के मामले गिरकर औसतन 5000 पर आ गए थे लेकिन मंगलवार को 6000 से अधिक केस मिले और 51 लोगों की मौत हुई। खासकर अकोला डिवीजन में कोविड-19 के ज्यादा केस सामने आए हैं। महाराष्ट्र में कोरोना संक्रमण की संख्या बढ़कर 21, 12,312 हो गई है।
अकोला मंडल से सबसे ज्यादा केस
मंगलवार को विदर्भ क्षेत्र के अकोला मंडल से सबसे ज्यादा केस आए। संक्रमण के मामले में इसने मुंबई डिवीजन को पीछे छोड़ दिया। अकोला डिविजन के अमरावती, यवतमाल, बुलढाणा, वाशिम और अकोला जिला कोरोना के नए केंद्र के रूप में उभरे हैं। मुंबई में मंगलवार को कोरोना के 643 नए केस मिले। आर्थिक राजधानी में कोरोना केस की संख्या बढ़कर 3,20,532 हो गई है। शहर में आठ और मौतें हुई हैं। इसके साथ ही शहर में अब तक कोरोना से 11,454 लोगों की जान जा चुकी है। पुणे मंडल में भी मुंबई मंडल से अधिक मामले सामने आए हैं जहां 1288 लोगों के संक्रमित होने का पता चला है। पुणे मंडल में कुल मामले 5,17,760 पहुंच गए हैं जबकि मृतक संख्या 11,716 हो गई है।
शिफ्ट में काम करने की योजना
कोरोना के नए सिरे से फैलाव को लेकर उद्धव सरकार गंभीर हो गई है। मुख्यमंत्री ने राज्य के मुख्य सचिव को मंत्रालय में दो पाली में कामकाज के लिए एक योजना तैयार करने को कहा है। एक आधिकारिक बयान में कहा गया कि राज्य में कोविड-19 के मामलों में वृद्धि के कारण ठाकरे ने मुख्य सचिव संजय कुमार को इस पर गौर करने को कहा है कि किस विभाग में कर्मचारी पूरी क्षमता के साथ घर से काम कर सकते हैं।
पुणे में नाइट कर्फ्यू
महाराष्ट्र में एक बार फिर कोरोना का खौफ दिखाई दे रहा है। पुणे में बढ़ते केस को देखते हुए सरकार ने रात में 11 बजे के बाद बेवजह घूमने-फिरने पर प्रतिबंध लगा दिया है। इस दौरान केवल जरूरी सेवाओं को ही अनुमति दी जाएगी। इसके अलावा सभी स्कूल और कॉलेज भी 28 फरवरी तक बंद करने का फैसला किया गया है जिन्हें लॉकडाउन के बाद खोला गया था। पुणे डिविजनल कमिश्नर ने बताया, 'कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए पुणे में सोमवार रात 11 बजे से लेकर सुबह 6 बजे तक बेवजह बाहर निकलने की अनुमति नहीं होगी सिर्फ जरूरी सेवाओं के लिए आवाजाही की इजाजत होगी। जिले के स्कूल और कॉलेज 28 फरवरी तक बंद रहेंगे।
कोरोना गाइडलाइन पर सख्ती
राज्य में बढ़ते कोरोना केस पर रोक लगाने के लिए राज्य सरकार ने कोरोना प्रोटोकॉल सख्ती से लागू करने का फैसला किया है। अब मास्क न पहनने पर जुर्माना लगेगा। मुंबई पुलिस अब जगह-जगह बिना मास्क पहने घूम रहे लोगों पर कार्रवाई कर रही है। मास्क न पहनने वालों से 200 रुपये का जुर्माना वसूला जा रहा है। यही नहीं 19- 20 फरवरी को सोशल डिस्टेंसिंग का उल्लंघन करने और ऑटो में दो से ज्यादा लोगों को बैठाने के लिए 767 ऑटो चालकों पर केस दर्ज किया गया।
'लॉकडाउन से बचना है तो मास्क पहनना होगा'
कोरोना से बचाव के लिए मास्क पहनने पर जोर देते हुए सीएम ने कहा कि अगर लॉकडाउन से बचना है तो लोगों को मास्क पहनना होगा और इस संक्रामक रोग से बचाव के लिए जरूरी नियमों का पालन करना होगा। उन्होंने लोगों से सवाल भी किया, 'क्या आपको लॉकडाउन चाहिए?' सीएम ने कहा कि वह स्थिति पर नजर बनाए हुए हैं और अगले 8 दिनों तक इस पर नजर रहेगी कि लोग सख्ती से कोविड नियमों का पालन कर रहे हैं या नहीं। इसके बाद ही आगे का फैसला लेंगे।