मुंबई : देशभर में कोरोना वायरस संक्रमण की घातक दूसरी लहर के बीच डॉक्टर और स्वास्थ्यकर्मी बिना किसी ब्रेक के चौबीसों घंटे मरीजों के इलाज के लिए काम कर रहे हैं। देश में रोजाना संक्रमण के मामले 3 लाख के करीब पहुंच चुके हैं। इस बीच कई हिससों से अस्पताल में बेड, आईसीयू, ऑक्सीजन सिलेंडर तथा इस घातक वायरस से लड़ने के लिए आवश्यक अन्य चीजों की कमी की रिपोर्ट सामने आ रही है।
इन सबके बीच मुश्किलें उन डॉक्टर्स और हेल्थवर्कर्स के लिए भी कम नहीं हैं, जो अपनी जान को खतरे में डालकर कोविड-19 के मरीजों की देखभाल के लिए दिन-रात एक किए हुए हैं और इसके बावजूद वे कई बार मरीजों की जान बचा पाने में नाकाम होते हैं। काम के भारी दबाव के बीच मरीजों की मौत कहीं न कहीं उन्हें भी भावनात्मक स्तर पर तोड़कर रख देती है, जिनके इलाज में वे दिन-रात जुटे हैं।
...और रो पड़ीं डॉक्टर
मुंबई की ऐसी ही एक डॉक्टर ने सोशल मीडिया पर वीडियो शेयर कर लोगों से मास्क पहनने की अपील की है। मुंबई के हालात को बयां करते हुए वह गई बार रो पड़ती हैं। संक्रामक रोग मामलों की विशेषज्ञ डॉ. तृप्ति गिलाड ने अपने वीडियो में बताया है कि किस तरह देश का स्वास्थ्य सेक्टर आज बेबस, लाचार महसूस कर रहा है और अस्पतालों में बेड नहीं हो पाने के कारण गंभीर रूप से बीमार लोगों का इलाज भी घरों में ही हो रहा है।
वीडियो में उन्हें कहते सुना जा रहा है, 'मैंने कभी ऐसा कुछ नहीं देखा ... हम बेबस हैं। कई डॉक्टरों की तरह मैं भी परेशान हूं ... मुझे नहीं पता कि मुझे क्या करना है ... अगर मैं आपकी मदद कर सकती तो मुझे अधिक संतोष होता।' अपने आंसुओं को रोकने की कोशिश करते हुए वह कहती हैं, 'हमें कई मरीजों को देखना होता है... गंभीर रूप से बीमार रोगियों का इलाज घर में किया जा रहा है, क्योंकि अस्पताल में बेड नहीं हैं।'
मास्क पहनने की अपील
लोगों से मास्क पहनने की अपील करते हुए उन्होंने कहा, 'सबसे जरूरी है कि आप खुद को सुरक्षित रखें। आपको अभी तक संक्रमण नहीं हुआ है या आप संक्रमित होकर उबर गए हैं तो खुद को सुपर हीरो मत समझो। अगर आपको लगता है कि आपने इस बीमारी से प्रतिरक्षा हासिल कर ली है तो आप गलत हैं। हम देख रहे हैं कि बहुत सारे युवा संक्रमित हो हैं... और हम उनकी मदद नहीं पा रहे।'
कोविड-19 के संक्रमण से हताश नहीं होने की अपील करते हुए वह कहती हैं, 'कोविड हर जगह है। आप जिस भी कारण से घर से बाहर निकलें, मास्क जरूर पहनें। इसे इस तरह पहनें कि आपकी नाक पूरी तरह से ढकी हुई हो।'