- महाराष्ट्र में पेट्रोल और डीजल के दाम छू रहे आसमान
- तेल महंगाई के कारण इलेक्ट्रिक वाहनों की ओर लोगों का रूझान
- पिछले वित्त वर्ष के मुकाबले अब तक 400 परसेंट का उछाल
Mumbai Electric Vehicle: पेट्रोल-डीजल की कीमतें आसमान छूने के साथ, मुंबई और महाराष्ट्र में इलेक्ट्रिक वाहनों के 'अच्छे दिन'आ गए हैं। राज्य में ई-वाहनों के पंजीकरण में पिछले वित्त वर्ष की तुलना में 2021-22 में 400 प्रतिशत का उछाल आया है। इसी अवधि के दौरान सिर्फ मुंबई में ही इसका इजाफा 300% था। अकेले मुंबई में चलने वाले 8,938 इलेक्ट्रिक वाहनों के साथ, महाराष्ट्र में इलेक्ट्रिक वाहनों की संख्या 80,000 का आंकड़ा पार कर गई है।
जनवरी से मार्च 2022 तक महज तीन महीने में राज्य में इलेक्ट्रिक वाहनों की संख्या 390 फीसदी बढ़कर 46,108 हो गई। 2021-22 में मुंबई में लगभग 6,000 इलेक्ट्रिक वाहनों का पंजीकरण हुआ, इनमें से 2500 वाहनों का पिछले तीन महीने में रजिस्ट्रेशन हो चुका है। राज्य में अत्याधुनिक इलेक्ट्रिक वाहन नीति और मुंबई नगर निगम द्वारा कार्यान्वित मुंबई जलवायु कार्य योजना (एमसीएपी) के कार्यान्वयन के साथ, महाराष्ट्र में दोहरी वृद्धि हुई है।
ई-वाहन साइकिलों की बढ़ रही डिमांड
डब्ल्यूआरआई इंडिया के सलाहकार कौस्तुभ गोसावी ने कहा कि प्रदूषण फैलाने वाले ईंधनों को छोड़ कर स्वच्छ विद्युत ऊर्जा से चलने वाले वाहनों को खरीदने की प्रवृत्ति बढ़ रही है। खास बात है कि बाजार में बेचे जाने वाले लगभग 80 फीसदी ई-वाहन साइकिल हैं। वहीं अधिक से अधिक इलेक्ट्रिक बसें बेस्ट गतिविधियों और नवी मुंबई परिवहन सेवा के बेड़े में प्रवेश कर रही हैं।
10,000 ई-बसें उतारी जाएंगी सड़क पर
विश्वास के महाप्रबंधक लोकेश चंद्रा ने कहा कि 2027 तक, बेस्ट की बसों के 100 प्रतिशत का विद्युतीकरण किया जाएगा और बेड़े में 10,000 ई-बसें जोड़ी जाएंगी। पर्यावरण संस्थान के प्रमुख भगवान केसाभट ने कहा कि युवा इलेक्ट्रिक वाहनों के प्रति उत्साही हैं। यह है मुंबई का रोडमैप मुंबई में इस समय 2.32 लाख रिक्शा और करीब 18,000 काली-पीली टैक्सियां हैं। इसी तरह, टैक्सियों, ट्रकों और दोपहिया वाहनों को ईवी में परिवर्तित करने के रोडमैप के अनुसार, निगम ने 2050 तक शून्य उत्सर्जन तक पहुंचने का लक्ष्य रखा है। इसके तहत 2025 तक 14 हजार चौपहिया, 1.8 लाख दोपहिया और 22 हजार रिक्शा बिजली से चलेंगे। अगले 5 साल में यानी 2030 तक 1 लाख चौपहिया, 9.6 दुपहिया और 1.5 लाख इलेक्ट्रिक रिक्शा होंगे, इसका रोडमैप तैयार किया गया है।