- नवाब मलिक की सभी संपत्ति जब्त
- प्रवर्तन निदेशालय ने की कार्रवाई
- नवाब मलिक फिलहाल जेल में हैं
मनी लॉन्ड्रिंग केस में प्रवर्तन निदेशालय ने राकांपा नेता नवाब मलिक पर बड़ी कार्रवाई की है। ईडी ने मलिक की आठ संपत्तियों को जब्त किया है। ये संपत्तियां मुंबई एवं उस्मानाबाद की बताई जा रही हैं। जांच एजेंसी ने मलिक के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग केस की भी जांच शुरू कर दी है। फरवरी में ईडी ने मलिक के खिलाफ केस दर्ज किया। ईडी का आरोप है कि मलिक का दाऊद गैंग के साथ कनेक्शन है। जांच एजेंसी ने पीएमएलए के तहत राकांपा नेता पर कार्रवाई की है। मलिक अभी हिरासत में जेल में हैं।
प्रवर्तन निदेशालय की कार्रवाई
- इडी ने मलिक की मुंबई में मौजूद 4 और उस्मानाबाद की एक संपत्ति जब्त की है।
- कुर्ला वेस्ट एवं बांद्रा वेस्ट की संपत्तियों को भी अटैच किया गया है।
- कुर्ला का गोवा वाला कंपाउड पर भी जब्ती की कार्रवाई हुई है।
- उस्मानाबाद में कृषि भूमि
इस तरह चर्चा में आए नवाब मलिक
बता दें कि आर्यन खान प्रकरण के बाद नवाब मलिक सुर्खियों में आ गए थे। वो हर एक दिन प्रेस कांफ्रेंस के जरिए एनसीबी के बड़े अधिकारी समीर वानखेड़े के खिलाफ मोर्चा खोला था। बता दें कि नवाब मलिक को जब गिरफ्तार किया गया तो उन्होंने कहा कि वो झुकने वालों में से नहीं हैं। हालांकि अदालत से उन्हे राहत नहीं मिली है। हाल ही में जब शिवसेना नेता संजय राउत के रिश्तेदारों के खिलाफ जब्ती की कार्रवाई हुई तो एनसीपी चीफ शरद पवार ने निशाना साधा था। उसके बाद AIMIM नेता इम्तियाज जलील ने पूछा था कि शरद पवार ने शिवसेना सांसद संजय राउत के खिलाफ केंद्रीय एजेंसियों की कार्रवाई के मुद्दे को तुरंत उठाया जबकि अपनी पार्टी के मंत्री नवाब मलिक की गिरफ्तारी के मुद्दे पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ चर्चा करने के लिए तात्कालिकता क्यों नहीं दिखाई।
अर्जी पर सुनवाई करेगा सुप्रीम कोर्ट
इससे पहले बुधवार को सुप्रीम कोर्ट मलिक की याचिका पर सुनवाई के लिए तैयार हुआ। इस अर्जी में उन्होंने धन शोधन मामले में उन्हें जेल से तत्काल रिहा करने का अनुरोध किया है। प्रधान न्यायाधीश एन वी रमण, न्यायमूर्ति कृष्ण मुरारी और न्यायमूर्ति हिमा कोहली की पीठ ने बुधवार को राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के जेल में बंद नेता मलिक की ओर से पेश हुए वकील कपिल सिब्बल से दस्तावेज उपलब्ध कराने को कहा। मलिक ने अपनी याचिका पर तत्काल सुनवाई का अनुरोध किया है। पीठ ने कहा, ‘कृपया कागजात दीजिए।’