- हाफकिन ने सांप काटने पर जान बचाने के लिए बनाई सर्पदंश संजीवनी किट
- लोग सांप काटने के बाद शुरुआती एक घंटे में कर सकेंगे इस किट का उपयोग
- अभी इस किट का जालना जिले में किया जाएगा वितरित, गांवों में मिलेगा फायदा
Mumbai Health: उमस भरी गर्मी और बारिश के मौसम में सांप के काटने से होने वाली मौतों की संख्या में इजाफा हो जाता है। महाराष्ट्र के दूर दराज खासकर ग्रामीण इलाकों में खेत में काम करने वाले किसानों, मजदूरों को सांप काटने के बाद सही समय पर उपचार नहीं मिलने से मौत हो जाती है। इस दुर्घटना से लोगों की जिंदगी बचाने के लिए अब हाफकिन ने सर्पदंश विरोधी संजीवनी किट नाम से खास दवा तैयार की है। इस किट की मदद से सर्पदंश के बाद लोगों का उपचार कर उनकी जान बचाई जा सकती है। राज्य के स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे ने हाफकिन का दौरा कर उसके द्वार तैयार किए जा रहे एंटीवेनम का जायजा लिया।
बता दें कि, मुंबई समेत पूरे महाराष्ट्र में प्रति वर्ष सांप काटने की लाखों घटनाएं सामने आती है। सर्पदंश के जिन लोगों को सही समय पर उपचार नहीं मिल पाता उनकी मौत हो जाती है। इस संजीवनी किट की जानकारी देते हुए हाफकिन की तरफ से बताया गया कि, कई बार सांप काटने से होने वाली मौत के आंकड़े भी दर्ज नहीं किए जाते। गांवों से अस्पताल दूर होते हैं इसलिए ऐसी जगहों पर सांप कटने से मरने वालों की संख्या अधिक होती है। ऐसी जगहों पर यह संजीवनी किट लोगों की जान बचाने में बहुत काम आएगी।
ऐसे काम करेगी सर्पदंश संजीवनी किट
हाफकिन के विशेषज्ञ डॉक्टरों ने बताया कि, सांप काटने के बाद पहला एक घंटा बहुत महत्वपूर्ण होता है। इसे डॉक्टरी भाषा में गोल्डन ऑवर कहा जाता है। इस दौरान एंटी स्नैक वेनम सिरम मिलने पर मरीज की जान बचाई जा सकती है। हाफकिन ने बताया कि, उसके द्वारा तैयार किए गए सर्पदंश विरोधी संजीवनी किट में दवा, सिरिंज, आइनमेंट,बैंडेज, रुई, बैंडेज पट्टी के अलावा जानकारी के लिए पुस्तिका भी रखी गई है। इस किट से कैसे उपचार किया जाए इसकी पूरी जानकारी इस पुस्तिका में दी गई है। हाफकिन औषिधक बोर्ड के प्रबंध निदेशक मदन नागरगोजे ने बताया कि, सांप काटने का इंजेक्शन डॉक्टरों की देखरेख में ही दिया जाता है। हालांकि कई बार डॉक्टर उपलब्ध नहीं होते हैं तो स्किल्ड लैब योजना के अंतर्गत सक्षम पैरामेडिकल कर्मचारियों द्वारा भी इसे दिया जा सकता है। इससे प्रयोग के तौर पर जालना जिले में इसकी शुरुआत की जाएगी।