मुंबई : भाजपा नेता और पूर्व सांसद किरीट सोमैया ने महाराष्ट्र के परिवहन विभाग में करोड़ों रुपये के भ्रष्टाचार घोटाले का आरोप लगाया है और इस मामले की उन्होंने सीबीआई से जांच कराने की मांग की है। किरीट सोमैया ने महाराष्ट्र के राज्य परिवहन मंत्री अनिल परब, परिवहन आयुक्त अविनाश ढाकने और वर्धा के डिप्टी आरटीओ बजरंग खरमाटे पर करोड़ों रुपये के भ्रष्टाचार का आरोप लगाया है। किरीट सोमैया का कहना है कि सीबीआई को इन अधिकारियों से पूछताछ करनी चाहिए। उन्होंने राज्य के गवर्नर को खत लिख कर भी इस मामले की पूर्ण जांच कराने की मांग की है।
राज्यपाल से मिलेंगे भाजपा नेता
उन्होंने कहा है कि वह एक दो दिन में गवर्नर और सीबीआई के डायरेक्टर से मिलकर RTO घोटाले की निष्पक्ष जांच के लिए बात करेंगे। उन्होंने ठाकरे सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि राज्य के आरटीओ परिवहन मंत्रालय में भ्रष्टाचार पसरा हुआ है। भाजपा नेता का आरोप है कि मंत्री अनिल परब के साथ मिलकर वर्धा के डेप्युटी आरटीओ बजरंग खरमाटें ने गैरकानूनी तरीके से करोड़ो रुपये उगाही की और आपस में बांट लिए। उन्होंने कहा कि 2-2 महीने में कई अफसरों की बदली की गई और 25-50 लाख से 1-1 करोड़ तक की वसूली प्रमोशन के लिए की गई।
ठाकरे सरकार पर गंभीर आरोप
किरीट सोमैया के ताजा ट्वीट में कहा गया है कि ठाकरे सरकार ने 2000 करोड़ की वसूली घोटाला किया है जिसके तहत पुलिस/आरटीओ तबादले, टीआपी, बुकी, Drug आदि के मामले शामिल हैं। सचिन वाझे और रियाज काजी अरेस्ट हो चुके हैं। संजीव पलांडे और कुंदन की जांच चल रही है, जबकि अनिल देशमुख और अनिल परब लाइन में हैं। राज्य परिवहन मंत्री अनिल परब का एकमात्र काम अधिकारियों को स्थानांतरित करके धन जुटाना और सौदे करना रहा है।
वाजे मामले में भी परब का नाम आया
बता दें कि अनिल परब ने जनवरी, 2020 में राज्य परिवहन मंत्रालय का कार्यभार संभाला था। पिछले दिनो सचिन वाजे की विस्फोटक चिट्टी में अनिल परब का नाम सामने आया तब से महाराष्ट्र की राजनीति में आरोप प्रत्यारोप का सिलसिला चल रहा है। गृहमंत्री अनिल देशमुख के इस्तीफे के बाद परिवहन मंत्री अनिल परब पर सीबीआई जांच की मांग जोर पर है। किरीट सोमैया ने मांग की कि केंद्र सरकार और देश की सभी कानून प्रवर्तन एजेंसियों को अनिल परब, अविनाश ढाकने और बजरंग खरमाटे के खिलाफ कार्रवाई करनी चाहिए जो भ्रष्ट आचरण में हैं। बता दे कि बजरंग खरमाटे इस से पहले दो बार निलम्बित किए जा चुके हैं।