मुंबई : महाराष्ट्र की महाविकास अघाड़ी गठबंधन सरकार के घटक दलों में आंतरिक कलह की रिपोर्ट्स के बीच मंगलवार को राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) की एक अहम बैठक पार्टी के फुल्ल पटेल के आवास पर हुई, जिसमें पार्टी के कई शीर्ष नेता और महाराष्ट्र सरकार में पार्टी के मंत्री शामिल रहे। बैठक में महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री व एनसीपी नेता अजीत पवार, पार्टी की नेता सुप्रिया सुले, छगन भुजबल और अन्य शामिल रहे।
यह बैठक ऐसे समय में हुई है, जबकि महाराष्ट्र की तीन दलों वाली गठबंधन सरकार में आपसी खींचतान की खबरें आ रही हैं। महाराष्ट्रे सरकार में जो तीन दल शामिल हैं, उनमें शिवसेना, एनसीपी और कांग्रेस शामिल है। कुछ रिपोर्ट्स में एनसीपी नेताओं की इस बैठक के अतिरिक्त पार्टी के अध्यक्ष शरद पवार द्वारा मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के आधिकारिक आवाज वर्षा पर उनसे मुलाकात का भी जिक्र है, जिनमें कैबिनेट मंत्री जीतेंद्र आव्हाड, गृह मंत्री दिलीप वालसे पाटिल और आदित्य ठाकरे के भी मौजूद रहने की बात कही गई है।
गठबंधन सहयोगियों में असंतोष!
गठबंधन सहयोगियों में असंतोष की खबरों के बीच हुई इन दोनों बैठकों को लेकर कई तरह के कयास लगाए जा रहे हैं। हालांकि पवार ने रविवार को कहा कि गठबंधन सरकार में कोई परेशानी नहीं है और यह ठीक से चल रही है। सरकार पांच साल का अपना कार्यकाल पूरा करेगी। उन्होंने हालांकि यह भी कहा कि सरकार के संचालन में कुछ मसले होते हैं और इसलिए यह तय किया गया कि समाधान खोजने के लिए एक तंत्र होना चाहिए।
उन्होंने कहा कि सरकार इस मैकेनिज्म पर काम कर रही है कि अगर कोई मसला होता है या नीति निर्माण के स्तर पर काम होता है तो गठबंधन में शामिल तीनों पार्टियों के छह नेता- कांग्रेस से बालासाहेब थोराट और अशोक चव्हाण, शिवसेना से एकनाथ शिंदे और सुभाष देसाई तथा एनसीपी से अजीत पवार और जयंत पाटिल मिलकर आपसी बातचीत व चर्चा के आधार पर निर्णय लेंगे। उन्होंने कहा कि जब महाराष्ट्र में महाविकास अघाड़ी गठबंधन सरकार बनी थी तो यह तय किया गया था कि यह 'न्यूनतम साझा कार्यक्रम' पर चलेगी।