- कोरोना वायरस से पूरे देश में सर्वाधिक प्रभावित राज्य रहा है महाराष्ट्र
- शुक्रवार को राज्य में कोरोना वायरस के मामले बढ़कर हुए एक लाख के पार
- राज्य सरकार द्वारा वायरस को काबू में करने के लिए उठाये जा रहे हैं तमाम कदम
मुंबई: देश में कोरोना की रफ्तार तेज हो चली है और लगातार बढ़ रहे मामलों के बीच मौतों का आंकड़ा भी बढ़ रहा है। कुछ राज्य ऐसे हैं जहां इस वायरस की वजह से बड़ी संख्या में लोग संक्रमित हुए हैं। शुक्रवार को महाराष्ट्र में कोरोना संक्रमण के मामलों की संख्या एक लाख को पार कर गई है, यानि पूरे देश में जहां तीन लाख के करीब केस हैं वहीं महाराष्ट्र में अकेले एक लाख से अधिक मामले हो गए हैं।
एक लाख के पार
राज्य के स्वास्थ्य और परिवार कल्याण विभाग द्वारा शुक्रवार को जारी किए गए आंकड़ों के मुताबिक, 'राज्य में कोरोना वायरस के मामलों की संख्या बढ़कर एक लाख के पार हो गई है। राज्य में कोरोना के कुल 1, 01, 141 मामले हो गए हैं। आज कोरोना के 3493 मामले सामने आए। राज्य में अभी तक 3717 लोगों की कोरोना वायरस की वजह से मौत हो चुकी है जिसमें से 127 की मौत आज हुई है।'
मुंबई सर्वाधिक प्रभावित
आपको बता दें कि राज्य में कोरोना से सर्वाधिक प्रभावित शहर मुंबई रहा है जहां अकेले 50 हजार से अधिक लोग कोरोना की चपेट में आ गए हैं। इतना ही नहीं मुंबई में तकरीबन 2 हजार लोगों की मौत हो गई है। वहीं ठीक होने वाले मरीजों की बात करें तो मुंबई में लगभग ढाई हजार मरीज कोरोना संक्रमण से उबर कर अपने घरों में जा चुके हैं। मुंबई के धारावी में बड़ी संख्या में कोरोना के मामले सामने आए हैं। धारावी एशिया की सबसे बड़ा स्लम एरिया है।
उद्धव ने कही ये बात
राज्य में बढ़ते मामलों के बीच हाराष्ट्र सरकार द्वारा लॉकडाउन पाबंदियों में ढील वापस लेने की योजना बनाने को लेकर बयान देते हुए कहा है कि ऐसा कोई निर्णय नहीं लिया गया है। ठाकरे ने कहा कि मीडिया की कुछ खबरें लोगों के मन में भ्रम उत्पन्न कर रही हैं। उन्होंने कहा कि सरकार अर्थव्यवस्था को फिर से पटरी पर लाने के लिए लॉकडाउन की पाबंदियों में चरणबद्ध तरीके से ढील दे रही है। उन्होंने कहा, ‘कुछ टीवी समाचार चैनल और सोशल मीडिया प्लेटफार्म लॉकडाउन फिर से लगाये जाने और दुकानें फिर से बंद करने की बात कर रहे हैं। हालांकि सरकार ने ऐसा कोई निर्णय नहीं किया है।’