- महिला वकील को ऑनलाइन वॉशिंग मशीन खरीदना भारी पड़ गया
- महिला सीनियर सिटीजन को ठगने पर 3 गिरफ्तार हुए
- रिटायर इंजीनियर के बैंक अकाउंट में ठग ने छोड़े सिर्फ 186 रुपये
Mumbai Crime News: मुंबई के एक बार फिर से साइबर ठगी के मामले बढ़ते जा रहे हैं। एक दिन में दो अलग-अलग ठगी के मामले सामने आए हैं। वहीं ठगी के एक मामले में पुलिस ने साइबर ठगों को पकड़ा भी है। जानकारी के अनुसार मलाड में रहने वाली एक महिला वकील के साथ ऑनलाइन शॉपिंग करने के चक्कर में ठगी हुई है। महिला वकील को ऑनलाइन वॉशिंग मशीन खरीदना भारी पड़ गया है। ठग ने पीड़िता से वॉशिंग मशीन भिजवाने के लिए उसको अपने घर का एड्रेस अपडेट करने के लिए कहा। इसके बाद साइबर अपराधी ने उसके बैंक अकाउंट से 1.57 लाख रुपये उड़ा दिए।
महिला वकील के मुताबिक 2 जुलाई को उसने रायगढ़ स्थित घर के लिए एक ई-कॉमर्स साइट के जरिए वॉशिंग मशीन का ऑर्डर दिया था। डिलीवरी की तारीख 12 जुलाई थी। 8 जुलाई को महिला के पास मनीष कुमार नाम के एक व्यक्ति का फोन आया। मनीष ने महिला को अपना पता अपडेट करने के लिए एक लिंक भेजा और प्रोसेसिंग फीस के रूप में 3 रुपये का भुगतान करने के लिए कहा। महिला ने लिंक पर क्लिक किया, जिसमें एक फॉर्म खुलकर आया। महिला ने फॉर्म भरा और 3 रुपये का भुगतान किया। इसके कुछ देर बाद पीड़िता को उसके बैंक अकाउंट से 1.57 लाख रुपये डेबिट होने का मैसेज आया। पीड़िता वकील ने कहा, '15 मिनट के भीतर, मुझे अपने तीन बैंक खातों से संदेश मिला। कुल 1.57 लाख रुपये छह अलग-अलग लेनदेन के माध्यम से कुछ अज्ञात खातों में ट्रांसफर किए गए थे।'
महिला सीनियर सिटीजन के साथ ठग करने पर 3 गिरफ्तार
एक दूसरे मामले में मुंबई पुलिस ने झारखंड से तीनों ठगों को गिरफ्तार कर लिया है। आरोपियों ने सीनियर सिटीजन महिला के बैंक खाते के केवाईसी को अपडेट करने के बहाने 3.94 लाख रुपये की ठगी की थी। गिरफ्तार आरोपियों की पहचान वीरेंद्र कुमार मंडल, अशोक मंडल और रोहित मंडल के रूप में हुई है। इस साल जनवरी में पीड़ित महिला को एक फोन आया। कॉल करने वाले ने उसे बैंक कर्मचारी के रूप में अपना परिचय दिया था और कहा कि उसका बैंक केवाईसी अभी तक नहीं हुआ है, अगर वह अपडेट नहीं करेगी तो उसका खाता बंद कर दिया जाएगा और पैसे जब्त कर लिए जाएंगे। इसके बाद पीड़ित महिला ने केवाईसी को अपडेट करने की प्रक्रिया के बारे में पूछा। आरोपी ने बुजुर्ग को एक मोबाइल ऐप का लिंक भेजा और उसे डाउनलोड करने को कहा। पीड़िता ने आरोपी के निर्देश का पालन किया। पीड़िता के बैंक खाते में कई लेन-देन हुए जिसमें उसके खाते से 3.94 लाख डेबिट किए गए। डीबी मार्ग थाने के वरिष्ठ निरीक्षक प्रदीप खुदे ने बताया कि पीड़िता ने आरोपी के साथ ओटीपी भी शेयर किया था।
रिटायर इंजीनियर के बैंक अकाउंट में ठग ने छोड़े सिर्फ 186 रुपये
वहीं तीसरे मामले में एक रिटायर इंजीनियर के बैंक अकाउंट से साइबर ठग ने 6.77 लाख रुपये की धोखाधड़ी की है। मामला नवी मुंबई के कोपरगांव का है। 69 वर्षीय एक रिटायर्ड इंजीनियर को हाल ही में एक राष्ट्रीयकृत बैंक के प्रतिनिधि के रूप में एक साइबर ठग ने फोन किया और पीड़ित की ओर से मोबाइल एप्लिकेशन डाउनलोड करने के बाद 6.77 लाख रुपये बैंक अकाउंट से गायब कर दिए। साइब ठग ने पीड़ित से कहा कि उसका डेबिट कार्ड निष्क्रिय कर दिया गया है। इसके बाद उससे बैंक अकाउंट की डिटेल देने और एप्लिकेशन डाउनलोड करने के लिए कहा। पीड़ित ने ठग के कहे अनुसार सारी चीजें की। जिसके थोड़ी देर बाद बैंक से उसके खाते से 6.77 लाख रुपये डेबिट होने का मैसेज आया। ठग ने पीड़ित के बैंक अकाउंट में कुल 186 रुपये छोड़े हैं। फिलहाल पुलिस ने मामले दर्ज कर लिया है और जांच कर रही है।