- पुलिस को एक शख्स का अज्ञात शव मिला था
- शख्स का शव मिलने के बाद पुलिस ने जांच शुरू की
- हत्या करने के आरोप में तीन लोगों को गिरफ्तार किया
Mumbai Crime News: मुंबई में एक दोस्त अपने ही दोस्त की जान का दुश्मन बन गया। एक दोस्त ने दूसरे दोस्त से अपने ही पैसे मांगे तो उसकी हत्या कर दी। मामला पनवेल तालुका थाने का है। 29 जुलाई को पनवेल के वाजे के मालदुंगे गांव के टावर वाड़ी में एक शख्स का अज्ञात शव मिला था। शरीर आंशिक रूप से सड़ चुका था और चेहरा जल गया था। शख्स का शव मिलने के बाद पुलिस ने जांच शुरू की।
इसके बाद पनवेल तालुका पुलिस ने 42 साल के एक व्यक्ति की हत्या करने के आरोप में तीन लोगों को गिरफ्तार किया, जिसने अपने दोस्त को शादी के लिए लड़की ढूंढने के लिए 40,000 रुपये दिए थे और वह उसे वापस मांग रहा था।
पुलिस ने ऐसे जोड़ने शुरू किए सुराग
पनवेल तालुका पुलिस स्टेशन के वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक रवींद्र दौंड़कर ने मामले की जानकारी देते हुए कहा है कि, मृतक शख्स के बारे में कोई सुराग नहीं था और गांव के अंदरूनी हिस्सों में होने के कारण सीसीटीवी भी नहीं थे। इसलिए, हमने सड़क पर लगे सीसीटीवी के फुटेज की जांच शुरू कर दी, जिससे घटनास्थल पर पहुंचे। पुलिस ने पिछले चार दिनों के 15 अलग-अलग स्पॉट के फुटेज की जांच की। रवींद्र दौंडकर ने बताया है कि, सहायक पुलिस निरीक्षक, संजय गाल्वे और उनकी टीम ने चार दिनों के सीसीटीवी फुटेज की निगरानी की और आखिर में उन्हें एक सुराग मिला।
मृतक की मां और भाई मानिसक रूप से विक्षिप्त
वहीं पुलिस उपायुक्त (जोन II) शिवराज पाटिल ने बताया कि, फुटेज में एक स्कूटी पर चार व्यक्ति 25 जुलाई को एक दुकान में प्रवेश करते देखे गए थे। चार में से एक ने वह पोशाक पहन रखी थी जो शव के पास था। उस व्यक्ति को दुकान में पेटीएम भुगतान करते देखा गया था। पुलिस ने पेटीएम डिटेल का इस्तेमाल कर उसका नाम और पता पाया था। मृतक की पहचान प्रवीण सुरेश शेलार के रूप में हुई है, जो घर से डाटा एंट्री ऑपरेटर का काम करता था। जब पुलिस टीम उसरली गांव में मृतक के घर का पता लगाया, तो टीम ने पाया कि, सुरेश शेलार की मां और भाई मानसिक रूप से विक्षिप्त है, जिन्हें शेलार के बारे में कोई जानकारी नहीं थी। आगे की जांच से पता चला कि, शेलार का नरेश बेटकर (42) नाम का एक दोस्त था, जिससे पूछताछ की गई और उसने खुलासा किया कि उसने और उसके दो दोस्तों ने शेलार को मार डाला।
मृतक का घर हड़पना चाहते थे आरोपी
बेटकर ने खुलासा किया कि, शेलार अविवाहित था और उसके लिए एक मैच खोजने के लिए, शेलार ने बेटकर को 40 हजार रुपये दिए थे। चूंकि उसे मैच नहीं मिला, शेलार ने पैसे मांगना शुरू कर दिया। पैसे देने से बचने के लिए और धोखे से उसरली गांव में उसकी मां की अंगूठे का निशान लेकर उसका घर हड़पने के लिए, बेटकर और उसके दोस्त उसे घर से 10 किमी दूर जंगल में ले गए, शेलार को शराब पिलाई और फिर गला घोंटकर उसकी हत्या कर दी। बाद में आरोपियों ने पेट्रोल डाला और उसका चेहरा जला दिया। पुलिस ने बताया कि, आरोपियों ने सोचा था कि चूंकि शेलार की मां और भाई मानसिक रूप से स्वस्थ नहीं हैं, इसलिए कोई भी उनकी तलाश नहीं करेगा और वे आसानी से संपत्ति को हड़प सकते हैं। आरोपी बेटकर एक मजदूर ठेकेदार है, अन्य दो आरोपी दिलीप प्रेमराज शुक्ला (34) और अमन सिंह दयाशंकर सिंह (25) उसके अधीन काम करते थे। प्रेमराज और अमन को उत्तर प्रदेश से गिरफ्तार किया गया और तीनों आरोपियों को 12 अगस्त तक पुलिस हिरासत में भेज दिया गया है।