- साइबर पुलिस ने एक आईसीडब्ल्यूए ड्रॉप आउट को धोखधड़ी करने पर किया गिरफ्तार
- दो अलग-अलग मामलों में 31.67 लाख रुपये से ज्यादा की धोखाधड़ी
- इंजीनियर लड़की के प्यार में पागल था
Mumbai Crime: सेंट्रल रीजन साइबर पुलिस ने एक 33 वर्षीय आईसीडब्ल्यूए ड्रॉप आउट को लाखों की धोखधड़ी करने के आरोप में गिरफ्तार किया है। वह सोशल मीडिया पर लड़की बन शहर के एक सॉफ्टवेयर इंजीनियर से दोस्ती कर, शादी करने का वादा करने लगा। आरोपी को दो अलग-अलग मामलों में 31.67 लाख रुपये से ज्यादा की धोखाधड़ी करने के इल्जाम में गिरफ्तार किया गया है। आरोपी सैय्यद सैफ अहमद को झारखंड के जमशेदपुर से गिरफ्तार किया गया। पुलिस ने कहा है कि, धोखाधड़ी से हासिल किए पैसों को उसने ऑनलाइन गेम खेलने के लिए इस्तेमाल किया था।
31 वर्षीय पीड़ित को उस 'लड़की' (सैय्यद सैफ अहमद) से प्यार हो गया था, जिसके साथ वह एक साल से ज्यादा वक्त से चैट कर रहा था। पीड़ित अपने और अपने पिता के जॉइंट बैंक अकाउंट से उसे पैसे भेजता था। मामला तब सामने आया जब पीड़ित के पिता ने देखा कि, उसके खातों से बड़ी रकम ट्रांसफर हो रही है।
पीड़ित को भेजता था फर्जी लड़कियों की तस्वीरें
पुलिस ने जानकारी देते हुए कहा है कि, आरोपी ने फेसबुक पर एक लड़की के रूप में अपनी प्रोफाइल बनाई थी। उसने फिर सॉफ्टवेयर इंजीनियर को फ्रेंड रिक्वेस्ट भेजी और पिछले साल से उसका दोस्त बना हुआ था। दोनों सोशल मीडिया के जरिए चैट कर रहे थे। आरोपी ने इंटरनेट से कुछ लड़कियों की तस्वीरें डाउनलोड की थीं, उन्हें वह इंजीनियर को भेज देता था और दावा करता था कि यह उसकी तस्वीरें हैं। इंजीनियर लड़की (सैय्यद सैफ अहमद) के प्यार में पागल था। इसके बाद आरोपी ने इंजीनियर को सोशल मीडिया के जरिए मैसेज भेजा कि उसकी मां अस्पताल में है और उसे इलाज के लिए पैसे की जरूरत है।
आरोपी ने पीड़ित इंजीनियर से फिर मांगे पैसे
अपनी महिला प्रेमी (सैय्यद सैफ अहमद) की मदद के लिए, इंजीनियर ने अपने और पिता के जॉइंट बैंक अकाउंट से सात लाख रुपये भेजे। जब इंजीनियर के पिता को इसके बारे में पता चला, तो उसने सवाल किया और पिता ने पिछले साल वडाला टीटी पुलिस में एफआईआर दर्ज करवाई। इसके बाद खुद इंजीनियर ने अपनी 'प्रेमिका' (सैय्यद सैफ अहमद) को दूसरा फेसबुक अकाउंट बनाने को कहा और दोनों फिर से बात करने लगे। फिर पिछले एक साल के दौरान, आरोपी ने किसी न किसी कारण से पैसे की मांग की और सॉफ्टवेयर इंजीनियर ने उसके खाते में जॉइंट बैंक अकाउंट से 24.67 लाख रुपये दे दिए। इंजीनियर के पिता ने फिर से इस साल सेंट्रल रीजन साइबर पुलिस स्टेशन का दरवाजा खटखटाया और मामला दर्ज कराया।
इस तरह पुलिस के हत्थे चढ़ा आरोपी
इसके बाद डीसीपी हेमराजसिंह राजपूत के नेतृत्व में एक टीम बनाई गई, जिसमें एसपीआई राजेश नागवाड़े, नीलेश हेम्बडे और संतोष खड़के शामिल थे। इस टीम ने उन चार बैंक खातों पर काम किया, जहां पैसे ट्रांसफर किए गए थे। जांचकर्ताओं ने सोशल मीडिया चैट के आईपी पते एकत्र किए, आरोपी के मोबाइल नंबर की डिटेल और सीडीआर एकत्र किया और आखिर में उसे जमशेदपुर से पकड़ लिया गया। आरोपी ने अपने बड़े भाई का बैंक खाता दिया था जहां पहले सात लाख रुपये ट्रांसफर किए गए थे। जब उसके भाई ने उससे उसके खाते में आने वाले पैसे के बारे में पूछा, तो आरोपी ने उसे बताया कि, वह मछली का बिजनेस कर रहा है इसलिए खाते का इस्तेमाल किया है। इसके बाद उसके भाई अपने खाते का इस्तेाल करने को मना कर दिया और फिर आरोपी ने अन्य खाते खोले। आरोपियों के पास से एक मोबाइल फोन और दो डेबिट कार्ड बरामद किए गए हैं। पुलिस ने उसके खातों को फ्रीज कर दिया है, जिसमें 1.36 लाख रुपये थे।