- कालाचौकी इलाके में अब नहीं घुसेगा बाढ़ का पानी
- नगर पालिका कर रहा 300 मिमी नाली बिछाने की तैयारी
- बरसात के मौसम में नहर जैसी हो जाती है सड़क
Mumbai Rains: शहर में सड़कें विकसित होते ही पुरानी इमारतें सड़क से आधा से एक फुट नीचे हो गईं हैं। ऐसे में इन बिल्डिंगों में बरसात के मौसम में बड़ी मात्रा में पानी जमा हो जाता है। ऐसे भवनों में रहने वाले लोगों को बाढ़ के पानी से बचाने के लिए इन इलाकों में बारिश के पानी के निकासी को बनी नालियों का आकार बढ़ाया जा रहा है। इन्हीं में शामिल कालाचौकी का इलाका भी सड़क की सतह से चार से पांच फीट नीचे है, जहां हर साल मानसून के दौरान बाढ़ आ जाती है। इसलिए हर साल बरसात के मौसम में यहां के नागरिकों को परेशानी का सामना करना पड़ता है।
कालाचौकी क्षेत्र में तो सड़कों पर नहर जैसा आभास होने लगता है। निचले क्षेत्रों की दशा ज्यादा खराब हो जाती है और दुकानों व घरों में पानी भर जाता है। इससे सामान भी खराब हो जाते है। बारिश के कारण सड़कों पर भरे पानी के कारण वाहनों को भी मुश्किलों का सामना करना पड़ता है। कभी कभी तो बीच सड़क पर बंद हुए वाहनों को धक्के मार कर निकालना जाता है।
हो जाती है बिजली आपूर्ति ठप
बारिश का पानी भरने के कारण बिजली आपूर्ति ठप हो जाने से लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ता है । यहां पर लोगों को घुटनों तक के पानी से हो कर गुजरना होता है। रहवासियों का कहना है कि जल निकासी की उचित व्यवस्था न होने के कारण हर बारिश के बाद इस परेशानी से गुजरना पड़ता है। उन्होंने समस्या से निजात होने पर खुशी का इजहार किया है । बता दें कि, कालाचुकी क्षेत्र, मुंबई के सबसे पुराने इलाकों में से एक है। ब्रिटिश शासन के दौरान बसाया गया, ये इलाका बहुत घनी बस्तियों से भर गया है इस इलाके को मुंबई की सबसे पुरानी विरासत का दर्जा किया गया है। इसलिए पिछले कुछ दिनों से सिर्फ नगर निगम और राज्य सरकार के स्तर पर ही चर्चा चल रही थी। अब पुलिस और नागरिकों के बार-बार आग्रह करने पर नगर पालिका ने यहां 300 मिमी वर्षा जल नाली बिछाने की तैयारी चल रही है।
जल्द होगा समस्या का समाधान
नगर पालिका ने इस कार्य के लिए राशि स्वीकृत कर इस कार्य का शिलान्यास किया है। थाने के आसपास मुंबई पुलिस, एटीएस कार्यालय, पुलिस कॉलोनी भवन और कालाचुकी कालनी के बम निरोधक दस्ते हैं। इस क्षेत्र में बरसात का पानी कहीं से भी भर जाता हैं। नगर पालिका के वर्षा जल संचयन विभाग ने कहा कि, बारिश के पानी के पाइपों को भी डंप करके जल्द ही रुके हुए पानी की समस्या का समाधान किया जाएगा।