- एनसीबी ने किया इंटरनेशनल ड्रग्स सप्लाई नेटवर्क का पर्दाफाश
- प्यूरीफायर के अंदर रखकर आस्ट्रेलिया भेजा जा रहा था 4.880 किलो चरस जब्त
- इस नेटवर्क से जुड़े दो तस्कर भी हुए गिरफ्तार, अन्य आरोपियों की तलाश
Mumbai Drugs Supply: एनसीबी मुंबई की टीम को इंटरनेशनल ड्रग्स सप्लाई करने के मामले में बड़ी सफलता हाथ लगी है। एनसीबी ने 4.880 किलोग्राम चरस जब्त करने के साथ इस मामले में दो लोगों को गिरफ्तार भी किया है। एनसीबी ने बताया कि, जब्त की गई ड्रग्स को वाटर प्यूरीफायर के अंदर बने एक विशेष कैविटी में छुपाया गया था और इसे पार्सल के द्वारा आस्ट्रेलिया भेजे जाने की कोशिश की जा रही थी।
नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो ने 4.880 किलोग्राम चरस को 10 जून को पकड़ा था और इसके अगले दिन दो आरोपियों को गिरफ्तार। वहीं एनसीबी की तरफ से इस मामले का खुलासा रविवार को किया गया। जब्त चरस की कीमत 50 लाख रुपये है। अधिकारियों ने बताया कि, जब्त मादक द्रव्यों (चरस) को वाटर प्यूरीफायर के अंदर बने एक विशेष कैविटी में छिपाकर पार्सल के द्वारा ऑस्ट्रेलिया भेजा जाना था, लेकिन उससे पहले भी मुंबई के नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो ने गुप्त सूचना के आधार पर इसे पकड़ लिया।
कूरियर फ्रेंचाइजी का मालिक भी तस्करी में शामिल
नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो ने बताया कि, आरोपियों से प्रारंभिक पूछताछ में पता चला है कि, इस तस्करी में कूरियर फ्रेंचाइजी का मालिक भी शामिल था। एक पुलिस अधिकारी ने कहा कि, कूरियर एजेंट पार्सल भेजेन वाले की पहचान की पुष्टि किए बिना पार्सल भेजता था और इसके बदले मोटा पैसा लेता था। आरोपी अब तक इस तरह से कई बार पार्सल भेज चुका है। वहीं कूरियर द्वारा पार्सल भेजने के लिए कंसाइनर ने फर्जी पहचान का इस्तेमाल किया। ड्रग्स के इंटरनेशनल तस्करी के लिए एक खास नेटवर्क बनाया गया था। जिसमें कई अन्य लोग भी शामिल हैं। इस नेटवर्क के माध्यम से ये तस्कर इससे पहले भी कई बार दूसरे देशों में पार्सल भेज चुके हैं। एनसीबी के एक अधिकारी ने बताया कि, अब इस नेटवर्क में शामिल अन्य आरोपियों की तलाश की जा रही है। एनसीबी के जोनल निदेशक अमित घावटे ने बताया कि, इस मामले में केस दर्ज कर जांच की जा रही है।