- 2007 के पात्रा चॉल घोटाले में शिवसेना नेता संजय राउत की गिरफ्तारी हुई है
- करीब 17 घंटे की पूछताछ के बाद प्रवर्तन निदेशालय ने राउत को गिरफ्तार किया
- राउत का कहना है कि राजनीतिक बदले की भावना से उन पर कार्रवाई हुई है
Sanjay Raut latest : महाराष्ट्र के पात्रा चॉल घोटाले में शिवसेना नेता संजय राउत की गिरफ्तारी हो चुकी है। प्रवर्तन निदेशालय सोमवार को 11.30 बजे उन्हें पीएमएलए कोर्ट में पेश करेगा। इससे पहले उनकी मेडिकल जांच की जाएगी। राउत की गिरफ्तारी के बाद उद्धव गुट वाले शिवसैनिक सड़कों पर आ गए हैं। शिवसेना राउत की गिरफ्तारी मसले को आज संसद में उठाएगी। प्रियंका चतुर्वेदी ने राज्यसभा में कार्यस्थगन का नोटिस दिया है। दरअसल, इस घोटाले में ईडी राउत से करीब 17 घंटे की पूछताछ कर चुकी है। सूत्रों का कहना है कि पूछताछ में राउत अपनी संपत्तियों के खरीद के बारे में संतोषजनक जवाब नहीं दे पाए हैं।
अलीबाग में पीच प्लॉट कैसे मिला?
ईडी को सूत्रों को कहना है कि राउत से पूछा गया था कि उनकी पत्नी को अलीबाग में बीच प्लॉट कैसे मिला। दूसरा, दादर में संजय राउत का फ्लैट है, इस फ्लैट के बारे में शिवसेना नेता पूरा ब्योरा नहीं दे पाए। ईडी की जांच में संजय राउत के परिवार का गुरु आशीष के डायरेक्टर प्रवीण राउत के साथ पैसे के लेन-देन की बात भी सामने आई है।
1034 करोड़ रुपये की धांधली का आरोप
पात्रा चॉल जमीन घोटाले की शुरुआत 2007 से हुई। दरअसल, महाराष्ट्र हाउसिंग एंड डिवलपमेंट अथॉरिटी यानी म्हाडा ने 2007 में पात्रा चॉल के रिडिवेलपमेंट का काम गुरु आशीष कंस्ट्रक्शन को दिया। प्रवीण राउत गुरु आशीष कंस्ट्रक्शन के डायरेक्टर थे। लेकिन गुरु आशीष ने चॉल के रिडिवेलपमेंट की जगह जमीन को प्राइवेट डिवलपर्स को बेच दिए। बताया जा रहा है कि जमीन बेचकर कंपनी ने 1034 करोड़ रुपये कमाए। मामले की जांच करते हुए ईडी ने गत फरवरी में प्रवीण राउत को गिरफ्तार किया। इसके बाद जांच एजेंसी ने प्रवीण और संजय राउत के परिवार के बीच पैसों के लेन-देन का लिंक स्थापित किया है।
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राउत ने कहा-राजनीतिक बदले की भावना से कार्रवाई
इस पूरे मामले को लेकर शिवसेना ने आरोप लगाया है कि उन्हें राजनीतिक प्रतिशोध के लिए निशाना बनाया जा रहा है। वहीं उनके भाई ने आरोप लगाया कि उद्धव ठाकरे के करीबी होने के नाते उन्हें निशाना बनाया जा रहा। इससे पहले ईडी ने उनके खिलाफ कई समन जारी किए थे और 27 जुलाई को भी तलब किया था। पात्रा चॉल जमीन घोटाले को लेकर ईडी के अधिकारी केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (CISF) के साथ संजय राउत के घर रविवार सुबह सात बजे पहुंच गए थे।