- पात्रा चॉल घोटाले में ईडी ने शिवसेना नेता संजय राउत पर कसा है शिकंजा
- गुरु आशीष कंस्ट्रक्शन कंपनी पर जमीन बेचकर पैसे की धांधली का आरोप
- शिवसेना का कहना है कि भाजपा उससे डरी हुई है, फर्जी दस्तावेज पर हुई कार्रवाई
Sanjay Raut ED questioning : पात्रा चॉल घोटाले में गिरफ्तार शिवसेना नेता संजय राउत पर जेल जाने का खतरा बना हुआ है। पीएमएलए कोर्ट में आज उनकी पेशी होनी है। सूत्रों का कहना है कि ईडी राउत की पांच दिनों की हिरासत मांग सकती है। कोर्ट में पेशी से पहले राउत का मेडिकल होना है। इसके बाद उन्हें कोर्ट में पेश किया जाएगा। राउत की गिरफ्तारी पर राजनीतिक आरोप-प्रत्यारोप का दौर भी जारी है। विपक्ष का आरोप है कि अपने विरोधियों की आवाज दबाने के लिए सरकार जांच एजेंसियों का गलत इस्तेमाल कर रही है। तो सरकार का कहना है कि जांच एजेंसियां स्वतंत्र हैं और वे तथ्यों एवं साक्ष्यों के आधार पर कार्रवाई कर रही हैं।
इस घोटाला मामले में ईडी ने अब तक राउत से करीब 17 घंटे की पूछताछ की है। सूत्रों का कहना है कि राउत अपने परिवार की संपत्तियों से जुड़े सवालों का संतोषजनक जवाब नहीं दे पाए। वे बड़े सवालों को टालते रहे। ईडी अब उन्हें अपनी हिरासत में लेकर पूछताछ करना चाहती है।
क्यों फंसे राउत?
- संजय राउत के भाई गुरु आशीष कंस्ट्रक्शन के डायरेक्टर थे
- संजय राउत और उनके भाई प्रवीण राउत के बीच आर्थिक लेन-देन
- प्रवीण और संजय राउत की पत्नियों के बीच पैसे की लेन-देन
- दादर वाले फ्लैट की खरीद के बारे में राउत नहीं बता सके
- अलीबाग में प्लॉट खरीद के पेमेंट के बारे में नहीं बता सके
- अलीबाग में फ्लैट की खरीद के लिए कैश में पेमेंट
- एचडीआईएल से प्रवीण राउत को पेमेंट के बाद प्रॉपर्टी की खरीद
- वर्षा राउत के अकाउंट से माधुरी के अकाउंट में 83 लाख रुपए भेजे गए
गुरु आशीष कंस्ट्रक्शन कंपनी पर जमीन बेचने का आरोप
गुरु आशीष कंस्ट्रक्शन कंपनी पर आरोप है कि उसने बिना रिडेवलप किए 9 बिल्डरों को जमीन बेची। यह जमीन म्हाडा को गुमराह कर बेची गई। आरोप है कि जमीन बेचकर कंपनी ने 901.79 करोड़ रुपए जुटाए। इसके अलावा फ्लैट खरीदारों से 138 करोड़ रुपए जुटाए गए। कुल 1034 करोड़ रुपए का घोटाला हुआ। प्रोजेक्ट Meadowa के जरिए कमाई की गई। मुंबई के गोरेगांव में है पात्रा चॉल, इस चॉल को रिडेवलप करना था। शिवसेना का कहना है कि भाजपा उससे डर रही है और उसने फर्जी दस्तावेज के आधार पर राउत पर कार्रवाई की है। वह विपक्ष की आवाज दबाना चाहती है।