- गोरेगांव में रिकवरी एजेंट बनकर घर में घुसे
- पति के कर्ज ना चुका पाने पर मां-बेटी को पीटा
- पीड़िता ने फोन में बनाई घटना की वीडियो
Mumbai Crime News: गोरेगांव पूर्व में दो रिकवरी एजेंटों ने मां-बेटी को घर में घुसकर पीटा। पुलिस में इसके खिलाफ मामला दर्ज किया था। हालांकि इसमें किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई है। बताया जा रहा है कि कोटक महिंद्रा बैंक का रिकवरी एजेंट बताकर कुछ लोग महिला के घर पहुंचे। उन्होंने गेट खटकाया और महिला से बात की। जब महिला ने उन्हें अंदर जाने से मना किया, तो एजेंटों ने कथित तौर पर उसे और उसकी बेटी को धक्का दिया, धमकी दी और गाली दी, जिसके बाद वे मौके से फरार हो गए।
पुलिस में शिकायत
महिला ने इन लोगों के खिलाफ पुलिस में शिकायत दर्ज करवाई। उन पर भारतीय दंड संहिता की संबंधित धाराओं के तहत मारपीट, आपराधिक धमकी देने का मामला दर्ज किया गया है और आरोपियों की तलाश की जा रही है। महिला ने बताया कि जब रिकवरी एजेंट उनके घर आये तो उन्होंने उनसे पहचान पत्र दिखाने के लिए बोला, लेकिन रिकवरी एजेंटो ने इससे इनकार कर दिया। लड़की की मां ने कहा कि जब तक आप मुझे अपना पहचान पत्र नहीं दिखाएंगे, मैं आप लोगों को घर के अंदर आने नहीं दूंगी। पीड़िता ने बताया कि वो अपने पति और दो बेटियों के साथ गोरेगांव के नगरी निवारा परिषद में रहती है। 22 फरवरी की दोपहर जब उसका पति घर पर नहीं था तो पुरुष रिकवरी एजेंट इनके घर आए और पीड़िता के पति के बारे में पूछा जिसके बाद मारपीट शुरू की।
क्या था मामला?
शिकायत में दी जानकारी के अनुसार, पीड़िता के पति ने बैंक से एक लाख रुपये का कर्ज लिया था। जिसकी किश्त वह समय पर चुका रहा था। हालांकि, लॉकडाउन में बिगड़ती आर्थिक स्थिति के कारण वह किश्त चुकाने में असमर्थ हो गए। इसी बीच बैंक के रिकवरी एजेंट लगातार उनके घर आ रहे थे। ये लोग अक्सर इनके घर आ कर इन्हें अपमानित करने लगे। घटना के दिन भी ऐसा ही हुआ। पीड़िता ने उनसे विनती की आप लोग हमारा अपमान न करें, परन्तु रिकवरी एजेंट गाली देने लगा और जोर-जोर से बात करने लगा।
उनकी आवाज सुनकर पीड़िता की 16 वर्षीय बेटी वहां आई और एजेंट से धीरे से बोलने का अनुरोध किया। एजेंटों ने उसकी बेटी के साथ भी गाली-गलौज की। इसके बाद एक पुरुष एजेंट ने लड़की के गाल पर थप्पड़ मारा। पीड़िता की मां ने बताया की मेरी बेटी ने सारी हरकतों को अपने मोबाइल में कैद कर वीडियो बना लिया है और हम इसे आगे की जांच के लिए पुलिस को सौंप देंगे।