- बिहार के पूर्व डीजीपी हैं गुप्तेश्वर पांडे, जद-यू में हुए हैं शामिल
- पांडे ने कहा था कि सुशांत केस में मुंबई पुलिस का सहयोग नहीं मिला
- महाराष्ट्र के गृह मंत्री अनिल देशमुख ने देवेंद्र फड़णवीस से पूछे सवाल
मुंबई : महाराष्ट्र के गृह मंत्री अनिल देशमुख ने मंगलवार को राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फड़णवीस से पूछा कि क्या वह बिहार विधानसभा चुनाव में राज्य के पूर्व डीजीपी गुप्तेश्वर पांडे के लिए चुनाव प्रचार करने जा रहे हैं? देशमुख का कहना है कि पांडे ने महाराष्ट्र और मुंबई पुलिस का 'अपमान' किया है। देशमुख ने एक संवाददाता सम्मेलन में कहा, 'आप सभी लोग जानते हैं कि बिहार में चुनाव होने जा रहा है, इसलिए एक राजनीतिक साजिश रची गई। मैं यहां तक कहूंगा कि महाराष्ट्र सरकार को बदनाम करने और बिहार चुनाव में अपना हित साधने के लिए सुपारी दी गई।'
डीजीपी पद से इस्तीफा देकर जद-यू में शामिल हुए हैं पांडे
देशमुख ने पूछा, 'गुप्तेश्वर पांडे ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है और वह चुनाव लड़ रहे हैं। उन्होंने महाराष्ट्र सरकार एवं मुंबई पुलिस का अपमान किया। भाजपा ने देवेंद्र फड़णवीस को बिहार में चुनाव प्रभारी बनाया है। मैं उनसे एक सवाल पूछना चाहता हूं, क्या वह महाराष्ट्र का अपमान करने वाले व्यक्ति के लिए चुनाव प्रचार करेंगे।' बता दें कि बिहार के डीजीपी पद से इस्तीफा देकर पांडे जद-यू में शामिल हुए हैं। पांडे का कहना है कि उन्हें राजनीति की समझ नहीं है लेकिन मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के अनुरोध पर वह राजनीति में आए हैं।
देशमुख बोले-महाराष्ट्र को बदनाम करने की कोशिश हुई
सुशांत सिंह मौत मामले में एम्स की रिपोर्ट पर देशमुख ने कहा, 'सुशांत केस में एम्स के डॉक्टरों ने एक रिपोर्ट दी है। मुंबई के कूपर अस्पताल की तरफ से भी एक रिपोर्ट आई। देश अब इस मामले में सीबीआई के बयान का इंतजार कर रहा है।' राज्य के गृह मंत्री ने कहा कि एक खास पार्टी की तरफ से छत्रपति शिवाजी महाराज के महाराष्ट्र को 'बदनाम' करने की कोशिश की गई।
'महाराष्ट्र को बदनाम करने वालों की जांच होगी'
उन्होंने कहा, 'एक अमेरिकी यूनिवर्सिटी ने लिखा है कि कैसे सुशांत केस का राजनीतिककरण हुआ और एक साजिश रची गई। महाराष्ट्र एवं मुंबई पुलिस की प्रतिष्ठा पर चोट पहुंचाने की कोशिश की गई।' देशमुख ने कहा कि ऐसे समय में जब राज्य कोविड-19 के संकट से जूझ रहा है, लोग महाराष्ट्र का अपमान करने से बाज नहीं आ रहे हैं। गृह मंत्री ने कहा कि सोशल मीडिया पर जिन लोगों ने महाराष्ट्र को बदनाम करने की कोशिश की, उनकी जांच की जाएगी।