मुंबई: कॉर्डेलिया क्रूज ड्रग खुलासे मामले में एक स्वतंत्र गवाह द्वारा लगाए गए जबरन वसूली के आरोपों के कारण विवाद में घिरे एनसीबी के मुंबई जोनल चीफ समीर वानखेड़े सोमवार को दिल्ली पहुंचे। हालांकि, उन्होंने इस बात से इनकार किया कि उन्हें बॉलीवुड मेगास्टार शाहरुख खान के बेटे आर्यन खान से जुड़े क्रूज ड्रग मामले के संबंध में फेडरल एंटी नारकोटिक्स एजेंसी ने तलब किया है।
वानखेड़े ने कहा कि मैं प्री प्लान्ड मीटिंग के लिए दिल्ली आया हूं। अपने ऊपर लगे सभी आरोपों को सिरे से खारिज करते हुए वानखेड़े ने कहा कि मैं कुछ भी झेलने को तैयार हूं। वानखेड़े ने उस "उत्पीड़न" के बारे में पूछे जाने पर टिप्पणी करने से इनकार कर दिया जिसका वह सामना कर रहा है। हालांकि, जब एक मीडियाकर्मी ने उनसे इस आरोप के बारे में पूछा कि उन्होंने नौकरी पाने के लिए फर्जी दस्तावेज जमा किए हैं, तो वानखेड़े ने कहा कि वह सभी को उचित जवाब देंगे।
इस मामले के एक स्वतंत्र गवाह प्रभाकर सैल (Prabhakar Sail) ने कहा है कि एनसीबी के अधिकारियों ने उनसे करीब 10 सादे पेपर पर हस्ताक्षर करवाए थे और उन्होंने 25 करोड़ रुपए की मांग के बारे में एक फोन पर बातचीत सुनी और 18 करोड़ रुपए में अंतिम समझौता करने के लिए कहा। वानखेड़े को 8 करोड़ का भुगतान किया जाना था। सैल ने एक हलफनामे के साथ अपने दावों का समर्थन किया है।
इससे पहले दिन में, वानखेड़े और एनसीबी ने स्पेशल एनडीपीएस अदालत में अलग-अलग हलफनामे दायर किए, जिसमें अदालतों को सैल के हलफनामे पर संज्ञान लेने से रोकने के लिए एक व्यापक आदेश की मांग की गई थी। कोर्ट ने हालांकि, आदेश पारित किए बिना उनकी प्रार्थना का निपटारा किया। कोर्ट ने कहा कि यह संबंधित कोर्ट या ऑथरिटी के लिए संबंधित स्तर पर उचित आदेश पारित करने के लिए है।