- 27 साल बाद मिला नेपाल से दिल्ली आकर गायब हुआ युवक
- ग्रेटर नोएडा के कोट गांव में एक परिवार के साथ रहता था
- नेपाल से ग्रेटर नोएडा के कोट गांव पहुंचे युवक के परिजन
Greater Noida News: नेपाल से दिल्ली रोजगार की तलाश में आया युवक अपने रिश्तेदार की कंपनी में काम करते हुए लापता हो गया, जिसकी काफी तलाश की गई, लेकिन युवक की बरामदगी नहीं हो सकी। अब आखिरकार नेपाल पुलिस ने युवक के अपहरण की जांच करते हुए 27 साल के बाद युवक को उत्तर प्रदेश के ग्रेटर नोएडा में स्थित कोट गांव से बरामद कर लिया है। 27 साल के बाद अपने परिजनों से मिलने के बाद युवक अपने परिजनों से लिपट कर खुशी के आंसू आंखों में छलकाते नजर आए।
वहीं दूसरी ओर लगभग 22 सालों तक अपने घर में शरण देने वाले इस युवक को गांव वालों के भी युवक से लिपट कर बिछड़ने के गम में जमकर आंखों से आंसू छलक आए, जिसके बाद दादरी कोतवाली पुलिस ने युवक को उनके परिजनों को सौंपते हुए नेपाल वापस भेज दिया।
सालों से दर्द में थे घर वाले
नेपाल का रहने वाला 14 वर्षीय कृष्णा उर्फ रवि अपने रिश्ते में चाचा लगने वाले टीकाराम के साथ रोजगार की तलाश में नेपाल से भारत की राजधानी दिल्ली आया था। जिससे यहां पर वह कामकाज करते हुए अपने और अपने परिवार को सुखी देख सके, लेकिन कुदरत को कुछ और ही मंजूर था। एक कंपनी में काम करते वक्त कृष्णा उर्फ रवि रिश्ते में अपने चाचा लगने वाले टीकाराम से जुदा हो गया और भटकता हुआ दिल्ली से सटे उत्तर प्रदेश के ग्रेटर नोएडा दादरी कोतवाली क्षेत्र में स्थित कोट गांव के जंगलों तक पहुंच गया।
22 सालों तक अंजानों ने की देखभाल
कोट गांव के जगंलों में उसकी हालत बद से बदतर हो चुकी थी। कोट गांव के रहने वाले संजय और उसके परिजनों ने कृष्णा उर्फ रवि को अपने घर में न केवल लगभग 22 वर्षों तक रखा बल्कि उसे वे हर सुविधा उपलब्ध कराई जो उसको मिलनी चाहिए थी। एक दिन रवि को कुछ लोग अपनी बातों में फंसा कर बागपत जिले ले गए, जिस पर संजय और उसके परिजनों के द्वारा दादरी कोतवाली में रवि की गुमशुदगी दर्ज कराई और लगभग 2.5 वर्षो के बाद रवि को बागपत से ढूंढ निकाला।
नेपाल एंबेसी को दी गई जानकारी
एक बार फिर रवि संजय और उसके परिवार के बीच आ गया लेकिन यहां भी किस्मत को कुछ और ही मंजूर था। जिसके चलते बागपत के रहने वाले लोगों के द्वारा कृष्णा उर्फ रवि की जानकारी नेपाल एम्बेसी को देते हुए कहा कि रवि को जबरन कोट गांव में कैद करके रखा गया है जिस पर नेपाल एंबेसी ने इसकी जांच कराई और फिर इसकी जानकारी रवि के परिजनों को दी।
रवि के रिश्तेदार को भेज दिया गया था जेल
कृष्णा उर्फ रवि को लेने आए रिश्ते में लगने वाले उसके चाचा टिकाराम का कहना है कि रवि के दिल्ली से गायब हो जाने के बाद नेपाल पुलिस ने उनके खिलाफ कार्रवाई करते हुए, उन्हें जेल भेज दिया था। कृष्णा उर्फ रवि को लेने के लिए आए नेपाल से रवि की मां ग्रेटर नोएडा के दादरी कोतवाली पहुंची तो अपने बेटे रवि को देखकर रवि की मां लक्ष्मी अपने आप को रोक ना सकी और रवि से लिपट कर मिलने की खुशी में जमकर आंखों से आंसू छलक आए। पुलिस के अधिकारियों ने एक्शन लेते हुए कृष्णा उर्फ रवि को नेपाल से आए उसके परिजनों और पुलिस के हवाले करते हुए कृष्णा उर्फ रवि को वापस नेपाल के लिए रवाना कर दिया।