- नोएडा में फिर पैर पसार रहा कोरोना वायरस
- स्कूलों में संक्रमित हो रहे बच्चों ने बढ़ाई प्रशासन की चिंता
- नोएडा जिलाधिकारी सुहास एलवाई ने की प्रेस कॉन्फ्रेंस
Noida News: राजधानी दिल्ली से सटे एनसीआर के इलाकों में कोरोनावायरस का संक्रमण एक बार फिर बढ़ रहा है। उत्तर प्रदेश के गौतमबुद्ध नगर, गाजियाबाद और बागपत जिलों में हाई अलर्ट है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इन जिलों के प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग को चौकन्ना रहने का आदेश दिया था। नोएडा के कई स्कूलों में पिछले सप्ताह संक्रमण के मामले मिले हैं। छात्रों और अभिभावकों के बीच एक सवाल है।
क्या जिले के स्कूल फिर बंद होंगे?
अब इसी सिलसिले में स्थिति साफ करने के लिए रविवार को गौतमबुद्धनगर जिलाधिकारी सुहास एलवाई ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की। डीएम ने बताया, जिले के स्कूलों में संक्रमण से जुड़े कितने मामले हैं? इनसे निपटने के लिए प्रशासन, स्वास्थ्य विभाग और स्कूल मैनेजमेंट क्या कर रहे हैं?
कोविड-19 प्रोटोकॉल का करे पालन
गौतमबुद्धनगर के जिलाधिकारी सुहास एलवाई ने कहा कि, हमारे जिले में सरकारी, गैर सरकारी, प्राइमरी, माध्यमिक और उच्च शिक्षण संस्थानों की संख्या करीब दो हजार है। सभी स्कूल नियमित रूप से खुल रहे हैं। पिछले सप्ताह कुछ स्कूलों में छात्र कोरोनावायरस से पॉजिटिव मिले थे, लेकिन यह संख्या बेहद कम है। इससे परेशान होने की आवश्यकता नहीं है। सभी स्कूल मैनेजमेंट कोविड-19 प्रोटोकॉल का पालन कर रहे हैं।
शिक्षकों और कर्मचारियों की हो नियमित जांच
एक बार फिर स्कूलों को दिशा-निर्देश जारी किए गए हैं। सभी स्कूलों में कोविड-19 और मेडिकल हेल्पडेस्क बनाई गई हैं। नियमित रूप से स्कूल मैनेजमेंट, शिक्षकों और स्टूडेंट पर नजर रखी जा रही है। डीएम ने आगे कहा कि वे अभिभावकों से अपील करता हूं कि अगर किसी बच्चे में कोई लक्षण नजर आता है तो उसे स्कूल नहीं भेजें। इसी तरह स्कूल मैनेजमेंट नियमित रूप से शिक्षकों और कर्मचारियों की जांच करते रहें । किसी में लक्षण दिखाई दे, तो उसे स्कूल नहीं आने दें।
किसी को भयभीत होने की जरूरत नहीं
DM सुहास ने साफतौर पर कहा कि, किसी को किसी भी सूचना से परेशान होने की आवश्यकता नहीं है। जिले में कोरोनावायरस का संक्रमण नियंत्रित है। सभी जरूरी उपाय स्वास्थ्य विभाग कर रहा है। बड़ी बात यह है कि इस वक्त जिले में जितने मरीज हैं, उनमें से कोई अस्पताल में भर्ती नहीं है। सभी संक्रमित वयस्क, किशोर और बच्चों का उपचार होम आइसोलेशन में किया जा रहा है। डीएम ने आगे कहा कि स्कूली छात्रों का वैक्सीनेशन तेज कर दिया गया है। जिले में 18 वर्ष से कम आयु वाले सभी किशोरों का वैक्सीनेशन चल रहा है। जिले की वयस्क जनसंख्या का 100 प्रतिशत वैक्सीनेशन किया जा चुका है।
स्कूलों में जांच करेंगे
जिलाधिकारी सुहास एलवाई ने बताया कि सभी स्कूलों में कोविड-19 कंट्रोल रूम का नंबर 18004192211 शिक्षकों और मैनेजमेंट को उपलब्ध करवाया गया है। यह नंबर जरूरी स्थानों पर स्कूल परिसर में लिखवाया जाएगा। किसी को आवश्यकता पड़ने पर तत्काल कंट्रोल रूम को जानकारी दी जा सकती है। इसके अलावा सभी शिक्षण संस्थाओं में नियमित रूप से जांच पड़ताल होगी। इसके लिए स्वास्थ्य विभाग की टीमों का गठन कर दिया गया है। चिकित्सकों की यह टीम स्कूलों का दौरा करेंगी। देखा जाएगा कि वहां कोविड-19 प्रोटोकॉल का पालन किया जा रहा है या नहीं।
अभिभावक अपने बच्चों को जागरूक करें
डीएम सुहास एलवाई ने जिले के सभी अभिभावकों से बड़ी अपील की है। उन्होंने कहा कि यह हम सभी की जिम्मेदारी है कि बच्चों को संक्रमण के प्रति जागरूक किया जाए। उन्हें बताया जाए कि यह किस तरह फैलता है और इससे बचने के क्या उपाय हैं। सभी अभिभावक अपने बच्चों से बात करें। उन्हें बताएं कि कक्षाओं में मास्क लगाकर रहें। नियमित रूप से हाथ धोते रहें। बच्चों को सैनिटाइजर देकर भेजें। बच्चे नियमित रूप से हाथ सैनिटाइज करते रहें। घर से स्कूल आने-जाने और कक्षा में पढ़ाई करने के दौरान बिना वजह एकत्र होने से बचें। अगर हम सभी लोग कोविड-19 प्रोटोकॉल का पालन करेंगे और स्टूडेंट्स को समझाने में सफल रहे तो निसदेह कोई परेशानी नही होगी।
जिले में कोरोना के 490 एक्टिव मामले
आपको बता दें कि पिछले 24 घंटे के दौरान जनपद में कोरोना संक्रमण के 76 नए मामले दर्ज किए गए हैं। इसी समय के दौरान 14 मरीज ठीक होकर घर लौटे हैं। रविवार की सुबह तक जनपद में कोविड-19 एक्टिव मरीजों की संख्या 490 है। पिछले 24 घंटे के दौरान जिले में एक भी व्यक्ति कोरोना वायरस से नहीं हुई हैं। स्वास्थ्य अफसर के मुताबिक जिले में जो भी कोरोना के एक्टिव मामले है। सभी का इलाज होम आइसोलेशन में ही किया जा रहा है। किसी की भी हालत नाजुक नहीं है। इसके अलावा जिले में कोरोना की पहली, दूसरी और तीसरी वेव में 490 लोगों मौत हुई हैं। कोरोना की चौथी वेव में एक भी व्यक्ति की जान नहीं गई।