- गंगा जल की तरह यमुना के पानी की होगी आपूर्ति
- ग्रेटर नोएडा के 33 सेक्टरों में पहुंचेगा पीने का पानी
- वाटर प्यूरिफिकेशन प्लांट बना रहा प्राधिकरण
Yamuna Water Supply: नोएडा और गाजियाबाद में गंगा जल की आपू्र्ति की तरह अब ग्रेटर नोएडा में यमुना के पानी की सप्लाई की जाएगी। यमुना प्राधिकरण अपने क्षेत्र में यमुना के पानी की आपूर्ति करने की तैयारी कर रहा है। यमुना नदी के नजदीक होने की वजह से इस योजना पर पैसे भी कम खर्च होंगे। साथ ही लोगों तक यमुना का पानी पहुंचेगा। यमुना प्राधिकरण के सीईओ ने इस संबंध में बताया कि पीने के पानी के लिए रेनीवेल और ओवरहेड टैंक बनाए जा रहे हैं। जिसके लिए जल शोधन संयंत्र लगाए जाएगा।
गौरतलब है कि यमुना प्राधिकरण के क्षेत्र में 33 सेक्टर आते हैं, जिनमें 22 हजार से अधिक मकान आवंटित हुए हैं जिन पर कब्जा देना भी शुरू कर दिया गया है। इसी के साथ यहां पर 2 हजार से अधिक औद्योगिक प्लॉट आवंटित किए जाने हैं। यही नहीं यमुना प्राधिकरण क्षेत्र में दो कंपनियां भी बनकर तैयार हो गई हैं। जिसमें एक मोबाइल कंपनी वीवो शामिल है जिसका आने वाले एक महीने में उत्पादन भी शुरू हो जाएगा।
यमुना के पानी की सप्लाई में कम खर्च आएगा
सबसे खास बात है कि गंगा जल की आपूर्ति के मुकाबले यमुना के पानी की सप्लाई में कम खर्च आएगा। एक अनुमान के मुताबिक साल 2041 तक यहां पर 43 लाख की आबादी हो जाएगी। जिसे देखते हुए यमुना प्राधिकरण ने अपने संसाधनों को बढ़ाना शुरू कर दिया है। फिलहाल भूमिगत जल से लोगों को पानी की आपूर्ति की जा रही है लेकिन बढ़ती आबादी को देखते हुए यमुना जल की आपूर्ति की जाएगी।
रेनीवेल और ओवरहेड टैंक बनवा रहे
यमुना प्राधिकरण क्षेत्र में 5 किलोमीटर के दायरे में यमुना नदी निकलती है। जहां पर जल शोधन संयंत्र लगाकर पानी की आपूर्ति की जा सकेगी। यमुना नदी से जल आपूर्ति करने पर गंगाजल की आपूर्ति की उपेक्षा में कम खर्चा आएगा। यमुना प्राधिकरण के सीईओ ने इस बारे में जानकारी दी और बताया कि जिन घरों या भूखडों पर सप्लाई की जाएगी उनके लिए प्राधिकरण रेनीवेल और ओवरहेड टैंक बनवा रहा है, जिसके लिए वाटर प्यूरिफिकेशन प्लांट यानी जल शोधन संयंत्र लगाए जाएंगे।