- पटना में आवारा कुत्तों के हमले में 38 भेड़ों की मौत
- बीजेपी सांसद रामकृपाल यादव ने भेड़पालकों के लिए मुआवजे की मांग की
- सांसद ने भेड़पालकों के आर्थिक हालात का दिया हवाला
पटना। बिहार की राजधानी पटना से सटे फुलवारीशरीफ प्रखंड के एक गांव में आवार कुत्तों के हमले में 38 भेड़ों की मौत हो गई, जबकि छह भेंड़ अभी भी घायल हैं। इधर, पाटलिपुत्र के सांसद रामकृपाल यादव शनिवार को भेड़पालकों से मुलाकात की और उनके लिए मुआवजे की मांग की।
कुत्तों के हमले में भेड़ों की मौत
फुलवारीशरीफ के गोनपुरा गांव में शुक्रवार की देर रात आवारा कुत्ते सुरेश पाल और सुक्खू भगत के चहारदीवारी के अंदर घुस गए और भेड़ों पर हमला कर दिया। इस हमले में 38 भेड़ों की मौत हो गई जबकि 6 भेड़ें घायल हो गईं।इस घटना की सूचना मिलने के बाद पाटलिपुत्र के सांसद और पूर्व केंद्रीय राज्यमंत्री रामकृपाल यादव गोनपुरा गांव पहुंचे और भेड़पालकों से मुलाकात की और गहरी संवेदना व्यक्त की।
बीजेपी सांसद ने मुआवजे की मांग की
भाजपा नेता रामपाल यादव ने कहा कि ये गरीब लोग हैं। भेड़ पालन इनका खानदानी पेशा है और इसी से इनकी जीविका चलती है।उन्होंने कहा, "कुत्तों के इस हमले से इनलोगों को भारी नुकसान हुआ है। भेड़पालकों ने बताया कि एक भेड़ की कीमत 7-8 हजार होती है। भेड़ों की मौत से उन्हें करीब 3 लाख का नुकसान हुआ है।"
भेड़पालकों की गरीबी का दिया हवाला
पूर्व केंद्रीय मंत्री व भाजपा सांसद ने कहा कि इन लोगों का मुख्य पेशा भेड़पालन ही है। सांसद ने घटनास्थल से अनुमंडलाधिकारी पटना सदर और अंचलाधिकारी फुलवारीशरीफ से बात कर सरकार से मुआवजा की राशि फौरन देने को कहा है। जिला पशुपालन पदाधिकारी ने भी घटनास्थल का दौरा किया था।