- सीएनजी के मूल्य में तीन रुपए और पीएनजी के मूल्य में दो रुपए की बढ़ोतरी
- पटना में सीएनजी की खपत बढ़ी
- पटना में 60 हजार प्रतिदिन खपत है सीएनजी की
Auto fare Increased: घरेलू-व्यावसायिक गैस, पेट्रोल और डीजल के बाद अब सरकार सीएनजी और पीएनजी का दाम बढ़ा आम लोगों के सिर दर्द को बढ़ा रही है। सरकार ने सीएनजी के मूल्य में तीन रुपए और पीएनजी के मूल्य में दो रुपये की बढ़ोतरी की है। 69.96 रुपये प्रति किलो मिलने वाला सीएनजी एक अप्रैल से 72.96 रुपए प्रति किलो एवं 37.87 रुपए प्रति एससीएम मिलने वाला पीएनजी 39.87 रुपए प्रति एससीएम की दर से बेचा जा रहा है।
सीएनजी की बढ़ी कीमत के कारण ऑटो, कैब और टैक्सी वालों ने किराया बढ़ा दिया है। वहीं पीएनजी की कीमत बढ़ने से राजधानी में इसकी सेवा लेने वाले परिवारों के जेब पर बोझ बढ़ गया है।
पटना में बढ़ी सीएनजी की खपत
ऑटो पटना की लाइफलाइन है। पटना के वातावरण को सुधारने के मकसद से डीजल ऑटो को बंद करने के सरकारी आदेश के बाद से ऑटो चालक सीएनजी ऑटो की ओर स्वीच कर गए। इससे सीएनजी की खपत में वृद्धि हुई है। गेल इंडिया लिमिटेड के बिहार प्रभारी अजय कुमार सिन्हा के अनुसार पटना में सीएनजी की खपत बढ़कर 56 हजार से 60 हजार किलोग्राम प्रतिदिन तक पहुंच गई है। अप्रैल के पहले यह खपत 53-55 हजार किलोग्राम प्रतिदिन के बीच थी।
कैब कंपनियों ने 15% तक बढ़ाया किराया
यात्रा सुविधा प्रदान करने वाली ओला-ऊबर जैसी कैब कंपनियों ने भी 15-20 प्रतिशत किराया बढ़ा दिया है। किराया बढ़ाने का यह निर्णय पेट्रोल-डीजल और सीएनजी की बढ़ती कीमतों के कारण लिया गया है जिसका असर लोगों के जेबों पर पड़ना लाजिमी है। ओला के असिस्टेंट मैनेजर स्वतेश फिर से किराया बढ़ाए जाने की बात नकारते हैं। वे कहते हैं किराया डेढ़ महीने पहला बढ़ा था, अभी कोई किराया नहीं बढ़ा है। हालांकि, ओला कैब चलाने वाले एक ड्राइवर की राय इस मामले में स्वतेश से बिल्कुल जुदा है। कैब ड्राइवर के अनुसार किराया को 15% तक बढ़ा दिया गया है। ऊबर का किराया पहले से अधिक है। पेट्रोल-डीजल की बढ़ती कीमतों को देखते हुए मनमाना किराया लिया जा रहा है।