- पटना के ग्रामीण अस्पतालों की सुविधाओं में होगा विस्तार
- दानापुर, मसौढ़ी, बाढ़, पालीगंज अनुमंडलीय अस्पताल में बढ़ेंगी सुविधाएं
- इन अस्पतालों में 40 अतिरिक्त बेड लगाए जाएंगे
Patna Hospitals: पटना जिले में स्वास्थ्य सेवाओं को बढ़ावा दिया जा रहा है। जिले के ग्रामीण अस्पतालों में बुनियादी सुविधाएं बढ़ाई जाएंगी। इसके तहत दानापुर, मसौढ़ी, बाढ़, पालीगंज अनुमंडलीय अस्पतालों में बेडों की संख्या में इजाफा किया जाना है। स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के मुताबिक, इन अस्पतालों में 40 अतिरिक्त बेड लगाए जाएंगे। फिलहाल इन सभी अस्पतालों में 60 बेड हैं। 40 अतिरिक्त बेड लगाए जाने के बाद बेडों की कुल संख्या 100 हो जाएगी। इस बारे में पटना की सिविल सर्जन डॉ. विभा कुमारी सिंह ने बताया कि, सभी अनुमंडलीय अस्पतालों में एक साल के भीतर अतिरिक्त बेड लगवा दिए जाएंगे।
सिविल सर्जन डॉ. विभा सिंह ने बताया कि, अब इन अनुमंडलीय अस्पतालों में जन औषधि केंद्र भी खोले जाएंगे। इस औषधि केंद्र से मरीजों को सस्ते दाम पर दवाइयां मिलेंगी। अनुमंडलीय अस्पतालों में इसे खोलने को लेकर खाका तैयार कर लिया गया है। अभी सूबे में 800 जन औषधि केंद्र चल रहे हैं। इनमें से 90 केंद्र सरकारी अस्पतालों में चल रहे हैं। सिविल सर्जन के अनुसार, प्रधानमंत्री जन औषधि केंद्र खुलने से गरीब मरीजों को दवाइयां खरीदने में सहूलियत होगी।
2015 में शुरू हुई है योजना
प्रधानमंत्री जन औषधि केंद्र की शुरुआत 2015 में हुई है। इस योजना के तहत पहले 800 दवाइयां और अन्य उत्पाद मिलते थे। अब 650 दवाइयां ही मिल रहीं हैं। जबकि 150 सर्जिकल सामान भी मिलते हैं। पटना स्थित आईजीआईएमएस, एनएमसीएच, पीएमसीएच आदि में पीएम जन औषधि केंद्र संचालित हो रहे हैं। निजी अस्पतालों के अलावा गली-मोहल्लों में इससे जुड़ा केंद्र चल रहा है। इन केंद्रों पर भी दवाइयों की बिक्री हो रही है। इस बारे में पटना सिविल सर्जन डॉ. विभा सिंह के मुताबिक, जन औषधि केंद्र खोलने को लेकर विभागीय कार्यवाही जारी है। जल्द ही चारों अनुमंडलीय अस्पतालों में पीएम जन औषधि केंद्र खोले जाएंगे।