पटना : शांत स्वभाव रखने वाले बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को गुस्सा भी कभी-कभी आ जाता है। इसकी एक बानगी सोमवार को विधान परिषद में देखने को मिली। सदन में राष्ट्रीय जनता दल (राजद) का एक विधायक अचानक से उठकर उनसे सवाल करने लगा। इस पर नीतीश नाराज हो गए और विधायक से अपनी बारी की प्रतीक्षा करने के लिए कहा। मुख्यमंत्री ने कहा कि सदन के अपने नियम हैं जिसका अनुसरण आपको जरूर करना चाहिए।
बीच में बोलने पर नाराज हुए नीतीश
नीतीश कुमार ने कहा कि 'हम बोल रहे हैं, आप बीच में बोलिएगा क्या? यह भी कोई तरीका है ? आप सुनोगे नहीं कुछ ? नियमों का पालन करिए, मुझे किसी पर कोई आपत्ति नहीं है लेकिन कभी नियम का कोई पालन नहीं करता है तो उसको हमें बताना पड़ता है। जिसने प्रश्न किया है उसी को पूरक प्रश्न पूछने का सबसे पहले अधिकार होता है।'
मंत्री के जवाब से संतुष्ट नहीं था विपक्ष
आरजेडी के विधायक मोहम्मद फारूक ने एक तारांकित प्रश्न पूछा था। इस सवाल का जवाब ग्रामीण निर्माण मंत्री जयंत राज ने दिया लेकिन विपक्ष उनके इस जवाब से संतुष्ट नहीं हुआ। इसके बाद फारूक ने एक पूरक सवाल पूछा। इस सवाल का जवाब देने के लिए मंत्री फिर उठे तभी राजद विधायक सुबोध कुमार खड़े हो गए और अपनी ओर से सवाल करने लगे। सुबोध के बीच में सवाल करने पर मुख्यमंत्री नीतीश उखड़ गए और उन्होंने बीच में दखल दिया।
नीतीश ने कहा-आप पहले नियम जानिए
नीतीश कुमार ने कहा, 'जब दूसरा सदस्य सवाल पूछ रहा है तो आपको अपनी बारी का इंतजार करना चाहिए। सवाल का जवाब दिया जा रहा है।' सीएम के इस बयान के बाद भी सुबोध कुमार शांत नहीं हुए तो नीतीश ने कहा, 'आप कृपया बैठ जाइए, पहले आप नियम जानिए।' मुख्यमंत्री विपक्ष के वरिष्ठ नेताओं की ओर मुड़े और उनसे कहा कि 'आप लोग अपना थोड़ा ज्ञान इन्हें क्यों नहीं देते?' इस पर युवा एमएलसी ने कहा कि वह केवल पूरक प्रश्न पूछ रहे थे। सुबोध के इस जवाब पर मुख्यमंत्री ने कहा, 'जब मैं बोल रहा हूं तो आप बीच में बोलेंगे? आप सुनेंगे नहीं? क्या आप इसी तरह का आचरण करते हैं?'