- बिहार विधानसभा चुनावः के तीसरे और अंतिम चरण के लिए डाले जाएंगे आज वोट
- चुनाव के लिए किए गए हैं सुरक्षा के कड़े इंतजाम
- जिन 78 विधानसभा सीटों पर मतदान होना है वे 15 जिलों में स्थित हैं
पटना: बिहार विधानसभा चुनाव के तीसरे और अंतिम चरण के लिए आज 15 जिलों में स्थित 78 विधानसभा सीटों के लिए वोट डाले जाएंगे। मुख्य मुकाबला राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग)और विपक्षी महागबंधन के बीच है। 243 सदस्यों वाली राज्य विधानसभा के लिए पहले दो चरणों में बड़ी संख्या में लोगों ने मतदान किया था। इसके अलावा आज वाल्मीकि नगर लोकसभा सीट पर उपचुनाव के लिये भी वोट डाले जाएंगे जो जदयू सांसद वैद्यनाथ महतो के निधन के कारण रिक्त हुई थी। जेडीयू ने यहां से उनके पुत्र सुनील कुमार को टिकट दिया है।
सीमांचल से सटे हैं अधिकतर इलाके
जिन 78 विधानसभा सीटों पर वोटिंग होनी है उनमें से काफी सीटें उत्तर बिहार में और राज्य में गंगा नदी के उत्तर में स्थित हैं। इनमें से कई सीटें कोसी-सीमांचल क्षेत्र में स्थित है जहां राजग और महागठबंधन की लड़ाई में एआईएमआईएम नेता ओवैसी का अच्छा खासा प्रभाव माना जाता है।ओवैसी यहां आक्रामक तरीके से प्रचार कर चुके हैं वहीं सीमांचल एक ऐसा इलाका है जहां पूर्व सांसद पप्पू यादव का भी ठीक-ठाक जनाधार रहा है। इस इलाके में यादव समुदाय की भी भी अच्छी खासी आबादी है और पप्पू यादव यहां लगातार सक्रिय भी रहते हैं।
पीएम ने की थी अपील
पहले दो चरणों की तरह तीसरे और अंतिम चरण में भी चिराग पासवान की पार्टी लोक जनशक्ति पार्टी (लोजपा)कई सीटों पर चुनावी मैदान मे हैं। चिराग पासवान अपनी सभाओं में बार-बार कह रहे हैं कि नीतीश कुमार को दिया गया एक-एक वोट बिहार के भविष्य को नुकसान पहुंचायेगा। वहीं चुनाव प्रचार के अंतिम दिन नीतीश कुमार ने इस चुनाव को अपना अंतिम चुनाव बताकर लोगों से भावात्मक अपील की। नीतीश को फिर से सीएम बनाने के लिए खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी प्रचार के क्रम में 12 रैलियों को संबोधित कर चुके हैं। गुरुवार को ही उन्होंने एक पत्र लिखकर कहा कि बिहार का विकास निर्बाध रूप से जारी रखने के लिये उन्हें नीतीश कुमार की जरूरत है।
कड़ी टक्कर
चुनाव से पहले जहां एनडीए की राह आसान मानी जा रही थी वहीं अंतिम चरण के मतदान तक यह कांटे की टक्कर में तब्दील हो गया। बहरहाल, कभी अपराजेय मानी जाने वाला राष्ट्रीय जनता दल इस चुनाव में जीत के लिये कोई कसर नहीं छोड़ रहा है और महागठबंधन के मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार तेजस्वी यादव अपनी रैलियों में आ रही भीड़ से खासे उत्साहित हैं। राज्य विधानसभा चुनाव में राजद का कांग्रेस, भाकपा, माकपा और भाकपा-माले से गठबंधन है। विपक्षी महागठबंधन के मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार तथा राजद नेता तेजस्वी यादव भी लगातार अपने प्रचार अभियान में लगे रहे और इस चरण में भी कई रैलियों को संबोधित किया।
इन उम्मीदवारों की किस्मत दांव पर
बिहार चुनाव में तीसरे और अंतिम चरण में अपनी सीट बरकरार रखने के लिये प्रयासरत उम्मीदवारों में बिहार विधानसभा अध्यक्ष विजय कुमार चौधरी शामिल हैं। राज्य के कैबिनेट मंत्रियों में जदयू से ब्रजेन्द्र प्रसाद यादव, नरेंद्र नारायण यादव, महेश्वर हजारी, रमदेव रिषीदेव, फिरोज अहमद, लक्ष्मेश्वर राय, बीमा भारती, मदन सहनी चुनाव मैदान में है।वहीं, भाजपा के कोटे से मंत्रियों में सुरेश शर्मा, प्रमोद कुमार, बिनोद नारायण झा और कृष्ण कुमार रिषी शामिल हैं । इसके अलावा मधेपुरा के बिहारीगंज से सुभाषिनी यादव कांग्रेस की उम्मीदवार हैं, जो अपने पिता और दिग्गज समाजवादी नेता तथा पूर्व केंद्रीय मंत्री शरद यादव की राजनीतिक विरासत को बचाने चुनावी मैदान में पहली बार उतरी हैं।