पटना : बिहार में इंटरमीडिएट की परीक्षा आज (सोमवार, 3 फरवरी) से शुरू हो गई है, जिसमें 12 लाख से अधिक छात्र-छात्राएं बैठेंगे। बोर्ड परीक्षाओं में नकल को लेकर अक्सर सुर्खियों में रहने वाले बिहार में इस बार परीक्षाओं में नकल रोकने के लिए प्रशासन ने कई कदम उठाए हैं। इस सिलसिले में पटना के जेडी वीमेंस कॉलेज में मॉडल परीक्षा केंद्र बनाया गया है, जहां छात्रों के साथ जबरदस्त सख्ती बरती जा रही है।
जेडी वीमेंस कॉलेज में बनाए गए मॉडल परीक्षा केंद्र में नकल रोकने के लिए परीक्षार्थियों को जूते-मोजे तक पहनकर भीतर जाने की अनुमति नहीं है। यहां करीब 1900 छात्रों का परीक्षा केंद्र पड़ा है, जिन्हें सख्त जांच प्रक्रिया से गुजरने के बाद ही भीतर जाने दिया जा रहा है। इस केंद्र पर परीक्षा प्रभारी एके यादव ने बताया कि छात्रों को जूते और मोजे पहनकर परीक्षा हॉल के भीतर जाने की अनुमति नहीं है।
जेडी वीमेंस कॉलेज से कई तस्वीरें भी सामने आई हैं, जिनमें छात्राएं परीक्षा हॉल में जाने से पहले जूते और मोजे निकालती नजर आ रही हैं। कई अन्य केंद्रों पर भी स्टूडेंट्स के साथ सख्ती बरती जा रही है और उन्हें पूरी जांच के बाद ही भीतर जाने दिया जा रहा है। इसका मकसद स्टूडेंट्स को नकल के लिए कोई भी सामग्री अपने साथ परीक्षा हॉल ले जाने से रोकना है, ताकि नकल पर लगाम लगाई जा सके।
यहां उल्लेखनीय है कि बिहार में बोर्ड परीक्षाओं के दौरान नकल की खबरें अक्सर आती रही हैं, जिसके मद्देनजर इस बार खास इंतजाम किए गए हैं। नकल रोकने के लिए परीक्षा हॉल में जाने वाले छात्रों की दो बार जांच की व्यवस्था की गई है। जांच में लगने वाले अतिरिक्त समय को देखते हुए छात्र-छात्रओं से 10 मिनट पहले परीक्षा केंद्र पर पहुंचने के लिए कहा गया है। नकल रोकने के लिए वीडियोग्राफी की व्यवस्था भी की गई है।