- रूपसपुर की दो और बेउर स्थित एक ज्वेलरी शोरूम लूटने वाले थे अपराधी
- पूर्वी सिटी एसपी की टीम ने न्यू बाईपास इलाके से सात लोगों को किया गिरफ्तार
- गिरफ्तारियों में एक ज्वेलर भी, जो लुटेरों से गहने खरीदता था
Patna Crime News: पटना पुलिस ने एक ऐसे पढ़े लिखे लुटेरे गैंग को पकड़ा है, जिसकी क्वालिफिकेशन जानकर एक बार को तो सब हैरान रह गए।दरसअल, पटना पुलिस ने ज्वेलरी के तीन शोरूम लुटने से बचा लिए। पूर्वी सिटी एसपी की टीम ने अपराधियों को न्यू बाईपास इलाके से गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार सात बदमाशों में एक ज्वेलर भी है, जो इन लुटेरों से गहने खरीदा करता था। लुटेरों के कब्जे से पुलिस ने 11 लाख रुपए का 229 ग्राम सोना, 6 लाख की 12 किलो चांदी, एक लग्जरी कार, औजार आदि बरामद किया है।
ये लुटेरे रूपसपुर की दो और बेउर स्थित एक ज्वेलरी शोरूम को लूटने वाले थे। इन लोगों ने बिहार के अलावा उत्तर प्रदेश, झारखंड, बंगाल समेत कई राज्यों की ज्वेलरी दुकानों में लूट और चोरी को अंजाम दिया है। इस गिरोह को बिदुपुर के कुख्यात अंजनी सिंह ने पटना बुलाया था।
जेल में हुई थी मुलाकात, फिर रची पटना में लूट की साजिश
दरअसल, अंजनी रूपसपुर में ही किराए के मकान में रहता है। इस पर पटना और झारखंड में हत्या के केस दर्ज हैं। अंजनी रांची जेल में बेतिया के कुख्यात नूर मोहम्मद से मिला था। नूर के गैंग का सरगना बेतिया नगर थाने के बंसबड़िया निवासी अली अहमद है। इसका बेटा मो. शाहरुख एमबीए किए हुआ है। एक बेटा फिरदौस मलेशिया से बीटेक किए हुआ है। अली अहमद और उसके दोनों बेटों को भी पुलिस ने गिरफ्तार किया है।
72 साल का सिकंदर मरीज बनकर करता था रेकी
पुलिस के हत्थे चढ़ा 72 साल का सिकंदर मियां दुकानों की रेकी करता था। मरीज बनकर वह दुकानों के आस-पास का माहौल देखता था। देर रात जब वह रेकी करता रहता था तो पुलिस के पूछने पर कहता था कि चंपारण से डॉक्टर से दिखाने पटना आए हुए है। इस गिरोह का अली अहमद ताले की चाबी बनाने में मास्टर है। गैंग के सदस्य उसे इंजीनियर कहते है। चोरी के गहने बेचने की जिम्मेदारी फिरदौस की रहती थी। पुलिस ने सभी को जेल भेज दिया है।