पटना: बिहार की प्रमुख विपक्षी पार्टी राजद के नेता तेजस्वी प्रसाद यादव, उनके बड़े भाई तेज प्रताप यादव, जन अधिकार पार्टी (जाप) नेता राजेश रंजन उर्फ पप्पू यादव और 150 अन्य लोगों के खिलाफ कृषि विधेयकों के विरोध में बिना अनुमति जुलूस निकालने को लेकर पटना शहर के कोतवाली थाना में प्राथमिकी दर्ज की गयी है।
राष्ट्रीय जनता दल (राजद) सहित कई किसान संगठनों और विपक्षी दलों ने शुक्रवार को संसद से पारित किए गए तीन कृषि विधेयकों को किसान विरोधी बताते हुए इसके खिलाफ राज्य की राजधानी में प्रदर्शन किया और जुलूस निकाला था। कोतवाली थाना अध्यक्ष सुनील कुमार ने बताया कि दंडाधिकारी द्वारा की गयी शिकायत के आधार पर शुक्रवार को उक्त प्रथामिकी दर्ज की गई है।
बिहार विधानसभा में प्रतिपक्ष के नेता तेजस्वी प्रसाद यादव, तेज प्रताप यादव, जन अधिक्कार पार्टी (जाप) के नेता पप्पू यादव सहित पांच लोगों के खिलाफ नामजद प्राथमिकी दर्ज की गई है, जबकि 150 अन्य को गैर नामजद अभियुक्त बनाया गया है। बिना अनुमति के विरोध मार्च निकालने के लिए उनके खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गयी है।
थाना अध्यक्ष ने कहा कि इन नेताओं और अनाम व्यक्तियों के खिलाफ भारतीय दंड विधान (भादवि) और आपदा प्रबंधन अधिनियम-2005 के विभिन्न प्रासंगिक धाराओं के तहत उक्त प्राथमिकी पटना शहर के बेली रोड पर विरोध मार्च निकालने के लिए किया गया है, जहां किसी भी तरह के विरोध प्रदर्शन पर रोक है।
उल्लेखनीय है कि तेजस्वी ने शुक्रवार को इन विधेयकों को "किसान विरोधी और कृषि क्षेत्र का निजीकरण करने के उद्देश्य से लाया गया करार दिया था।’’ विरोध मार्च का नेतृत्व तेजस्वी एक ट्रैक्टर पर सवार होकर कर रहे थे, जबकि उनके बड़े भाई तेजप्रताप यादव विरोध के दौरान ट्रैक्टर के हुड पर बैठे हुए थे।
मार्च, जो सामाजिक दूरी के मानदंडों का पालन नहीं करता था, वीर चंद पटेल पथ स्थित राजद कार्यालय में समापन से पहले राजद की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष राबड़ी देवी के निवास 10 सर्कुलर रोड से शुरू हुआ था। इस बीच, सूचना और जनसंपर्क विभाग के मंत्री और भाजपा के साथ बिहार में सत्ताधारी पार्टी जदयू के प्रवक्ता नीरज कुमार ने तेजस्वी पर उक्त ट्रैक्टर जो कृष्णा राय नामक एक व्यक्ति का था, को बिना लाइसेंस चलाने और तेज प्रताप पर ट्रैक्टर के हुड के ऊपर बैठकर मोटर वाहन अधिनियम का उल्लंघन करने का आरोप लगाया है।
कांग्रेस, वामपंथी दलों, पप्पू यादव के नेतृत्व वाली जन अधिकार पार्टी तथा अन्य दलों और संगठनों द्वारा भी कृषि विधेयकों के खिलाफ शुक्रवार को राज्य भर में विरोध प्रदर्शन किये गये और इस दौरान पटना में भाजपा और जाप कार्यकर्ताओं के बीच झड़प हुई थी। प्रदर्शन के दौरान जाप कार्यकर्ताओं के पटना स्थित भाजपा के प्रदेश मुख्यालय के गेट पर जाकर नरेंद्र मोदी सरकार विरोधी नारे लगाए जाने पर बड़ी संख्या में भाजपा कार्यकर्ताओं ने पार्टी कार्यालय से बाहर आकर लाठी बरसानी शुरू कर दी और उनके वाहन को क्षतिग्रस्त कर दिया।
स्थिति को नियंत्रण में लाने के लिए पुलिस को हस्तक्षेप करना पड़ा था। बिहार भाजपा प्रमुख संजय जायसवाल ने उनके पार्टी कार्यालय पर हमला किए जाने का आरोप लगाते हुए कहा था आसन्न बिहार विधानसभा चुनाव में किसान विपक्षी दलों को करारा जवाब देंगे। उन्होंने आरोप लगाया था कि विपक्षी नेता झूठ फैलाकर किसानों को गुमराह करने की कोशिश कर रहे हैं क्योंकि संसद द्वारा पारित विधेयक किसानों की आर्थिक समृद्धि के लिए है।