- सुपर स्पेशियलिटी हॉस्पिटल न्यू गार्डिनर में डायलिसिस की मशीनें बढ़ेंगी
- तीनों मशीनों के आने के बाद एक समय में छह मरीज करा सकेंगे डायलिसिस
- आईसीआईसीआई बैंक कॉरपोरेट सोशल रिस्पांसबिलिटी के तहत नई मशीनें दे रहा
Patna Government Hospital: पटना के इनकम टैक्स गोलंबर स्थित न्यू गार्डिनर अस्पताल में अब लोग आसानी से डायलिसिस करा सकेंगे। इस अस्पताल में डायलिसिस की मशीनों की संख्या बढ़ाई जा रही है। यहां तीन और मशीनें आ रहीं हैं। इसके बाद इस अस्पताल में एक समय पर छह मरीज अपना डायलिसिस करा सकेंगे। दरअसल, आईसीआईसीआई बैंक द्वारा कॉरपोरेट सोशल रिस्पांसबिलिटी (सीएसआर) के तहत तीन डायलिसिस मशीनें दी जा रहीं हैं। इन मशीनों को अस्पताल के पहले तल पर संचालित हो रहे डायलिसिस रूम के बगल में पैथोलॉजी रूम को शिफ्ट कर लगवाया जाएगा।
नई तीनों मशीनें हर दिन कम से कम तीन-तीन मरीजों का हीमो डायलिसिस कराएंगी। बता दें, डॉ. नवीन चंद्र प्रसाद जब से निदेशक प्रमुख बने, उसके बाद इस अस्पताल में कोई नेफ्रोलॉजिस्ट नहीं आया। स्वास्थ्य विभाग के निर्देश पर सीएसआर के तहत आईसीआईसीआई बैंक डायलिसिस मशीनें दे रहा है।
किडनी रोग विशेषज्ञ नहीं
अस्पताल में अभी किडनी रोग विशेषज्ञ नहीं हैं। हीमोडायलिसिस प्रशिक्षित ए ग्रेड नर्स भी बहाल नहीं किए गए हैं। बता दें, न्यू गार्डिनर को इंडोक्राइन और नेफ्रोलॉजी का बड़ा सुपर स्पेशियलिटी केंद्र बनाने के लिए इसके पुराने भवन को तोड़कर जी प्लस फोर बिल्डिंग बनाने के लिए प्रोजेक्ट रिपोर्ट बनी हुई है। वैसे यह प्रोजेक्ट पिछले चार साल से पेंडिंग पड़ा है।
कई जिलों से आते हैं मरीज
इस अस्पताल में इलाज कराने के लिए पटना के अलावा कई जिलों से मरीज आते हैं। इंडोक्राइन के सुपर स्पेशियलिटी हॉस्पिटल होने की वजह से यहां आरा, बक्सर, जहानाबाद, छपरा, हाजीपुर आदि जगहों के लोग इलाज कराने आते हैं। इस अस्पताल में डायबिटीज और थाइराइड के रोगियों की सभी तरह की जांच होती है। हालांकि कुछ दिनों ये जांच केंद्र बंद हैं। इस बारे में अस्पताल के अधीक्षक डॉ. मनोज सिन्हा ने कहा कि, जांच केंद्र कुछ तकनीकी कारणों से बंद है। एक-दो दिन में सभी तरह की जांच पुन: होने लगेगी।