- एनएचएआई ने ग्रीन फील्ड 215 किमी के एक्सेस कंट्रोल एक्सप्रेस-वे के डीपीआर पर काम शुरू किया
- भारतमाला फेज-2 के तहत यह प्रोजेक्ट पूरा किया जा रहा
- इस एक्सप्रेस-वे पर ट्रैफिक के प्रवेश की अनुमति एक-दो जगहों पर ही होगी
Access Control Expressway: पटना और पूर्णिया का सफर अब दो घंटे में ही तय हो जाएगा। राष्ट्रीय राजमार्ग विकास प्राधिकार (एनएचएआई) ने इस रूट पर ग्रीन फील्ड 2015 किलोमीटर के एक्सेस कंट्रोल एक्सप्रेस-वे के निर्माण के लिए डीपीआर बनाने पर काम शुरू किया है। यह इस तरह का पहला एक्स्प्रेस-वे बिहार में है। इस प्रोजेक्ट को भारतमाला फेज-2 के तहत पूरा किया जाना है।
बता दें एक्सेस कंट्रोल एक्सप्रेस-वे वैसी सड़क होती है, जिसमें ट्रैफिक के प्रवेश के लिए बीच सड़क पर एक-दो जगह ही बनी रहती है। पटना से पूर्णिया के बीच प्रस्तावित यह एक्सप्रेस-वे राजधानी में कच्ची दरगाह-बिदुपुर पुल से शुरू होगा। बिदुपुर से यह बेगूसराय की तरफ बढ़ जाएगा।
नवगछिया के रास्ते भागलपुर से जुड़ेगा एक्सप्रेस-वे
यह एक्सप्रेस पूर्णिया तक जाने के बाद नवगछिया होकर भागलपुर से भी जुड़ जाएगा। सिमरी बख्तियारपुर में कोसी नदी पर एक पुल भी इसी प्रोजेक्ट का भाग है। विभागीय अधिकारी का कहना है कि आरंभिक आकलन में इस प्रोजेक्ट पर कुल 12 हजार करोड़ रुपए खर्च होने हैं। ग्रीन फील्ड प्रोजेक्ट होने के चलते जमीन की मद में कम से कम 5 हजार करोड़ रुपए खर्च हो जाएंगे। निर्माण मद में भी 5000 करोड़ रुपए खर्च होंगे। कोसी पर पुल 1500 करोड़ रुपए में बनेगा।
एक्सेस कंट्रोल एक्सप्रेस-वे होगा ऐसा
यह एक्सेस कंट्रोल एक्सप्रेस-वे यानी ऐसी सड़क, जिस पर कहीं से भी नहीं चढ़ा जा सकेगा। सड़क में एक से दो जगहों से ही प्रवेश की अनुमति रहेगी। इससे सड़क दुर्घटनाओं में कमी आएगी। इसके अलावा जाम की समस्या नहीं बनेगी। फिलहाल एक्सप्रेस-वे का डीपीआर बनाया जा रहा है। डीपीआर की मंजूरी के बाद टेंडर की प्रक्रिया शुरू की जाएगी। इन सबमें कम से कम 6-7 महीने का समय लगेगा। इस एक्सप्रेस-वे के बनने से व्यापारिक गतिविधियां भी बढ़ जाएंगी। पूर्णिया से मखाना और अनाज के व्यापार में बड़ी मात्रा में बढ़ावा होगा। पूर्णिया तेजी से विकसित हो रहा जिला भी है। ऐसे में सरकार की नजर इस जिले को और विकसित करने की ओर है।