- कोविड काल में जनरल और उप चुनावों के संबंध में गाइडलाइंस जारी
- बिहार विधानसभा चुनाव में प्रत्याशी कर सकेंगे ऑनलाइन नामांकन
- दिव्यांगजनों और 80 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों को पोस्टल बैलट की सुविधा
नई दिल्ली। इस साल के अंत में कुछ राज्यों में जनरल इलेक्शन के साथ उपचुनाव भी होने हैं। बिहार को लेकर एक सवाल उठ रहा था कि क्या साल के अंत में विधानसभा चुनाव संपन्न हो सकेगा। चुनाव आयोग के अधिकारियों ने सभी पार्टियों से सलाह मशविरे के बाद निर्वाचन के संबंध में गाइडलाइंस जारी की है जिसके तहत कोरोना काल में चुनाव का रूप कुछ बदला बदला नजर आएगा। बिहार विधानसभा चुनाव 2020 के लिए निर्वाचन आयोग ने शुक्रवार को गाइडलाइंस जारी कर दी है। चुनाव आयोग की गाइडलाइंस के मुताबिक, उम्मीदवार इस बार चुनाव के लिए अपना नामांकन ऑनलाइन दाखिल करेंगे।
दिव्यांग और 80 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों को पोस्टल बैलट की सुविधा
चुनाव आयोग की गाइडलाइंस के मुताबिक पोस्टल बैलेट सुविधा का ऑप्शन उन वोटर्स को मिलेगा जिन्हें दिव्यांग के रूप में चिह्नित किया गया है। इसके साथ ही 80 वर्ष से अधिक आयु के लोग, अधिसूचित आवश्यक सेवाओं में कार्यरत लोग और COVID-19 संक्रमित लोगों को भी पोस्टल बैलेट की सुविधा मिलेगी।
निर्वाचन आयोग की पार्टियों से हुई थी चर्चा
इसी हफ्ते चुनाव आयोग की बैठक में आम चुनाव/उपचुनावों के लिए व्यापक दिशा-निर्देश जारी करने के मामले पर आज आयोग की बैठक में चर्चा की गई थी। आयोग ने राजनीतिक दलों द्वारा दिए गए सुझावों पर विचार किया। इस बैठक में राज्यों के मुख्य निर्वाचन अधिकारियों द्वारा किए गए सुझावों और सिफारिशों पर भी विचार किया।
गाइडलाइंस को नेताओं ने सराहा
निर्वाचन आयोग द्वारा गाइडलाइंस जारी करने के बाद चुनाव न होने को लेकर जो अटकलें थीं उस पर विराम लग रहा था। दरअसल कुछ दल कोविड 19 का हवाला देते हुए चुनाव टालने की मांग कर रहे थे। चुनाव आयोग के इस फैसले के बाद पड़े पैमाने पर किसी राज्य में विधानसभा चुनाव संपन्न कराया जाएगा। ईसी के फैसले पर बिहार के राजनीतिक दलों की तरफ से अलग अलग तरह की प्रतिक्रिया सामने आ रही है। राज्य के मुख्य दलों नें निर्वाचन आयोग द्वारा जारी गाइडलाइंस की सराहना की है।