- अस्पतालों को मिलेगी निर्बाध बिजली
- सरकार ने लिया बड़ा फैसला
- अस्पतालों का अपना होगा फीडर
Patna Government Hospital : स्वास्थ्य विभाग ने इसको लेकर आदेश जारी कर दिया है। दरअसल, कोरोना काल में इलाज के प्रबंधन के लिए सूबे के तमाम मेडिकल कॉलेज, अस्पताल व जिला अस्पतालों के लिए अलग डेडिकेटेड फीटर रहेगा। तमाम स्वास्थ्य केंद्रों के लिए अलग से डेडिकेटेड ट्रांसफॉर्मर लगे होंगे। जहां के स्वास्थ्य केंद्र में बिजली कनेक्शन नहीं है, उन्हें बिजली कनेक्शन दिलाया जाएगा। इस पूरे काम को करने की जिम्मेदारी बिजली कंपनी की रहेगी।
साउथ बिहार पावर डिस्ट्रीब्यूशन लिमिटेड की ओर से दक्षिण बिहार के 17 जिलों व नॉर्थ बिहार पावर डिस्ट्रीब्यूशन कंपनी की ओर से उत्तर बिहार के 21 जिला अस्पतालों में यह व्यवस्था दी जानी है।
नई व्यवस्था पर खर्च होंगे 72.25 करोड़ रुपए
स्वास्थ्य विभाग के सूत्रों की मानें तो सूबे के सभी अस्पतालों में बिजली की नई व्यवस्था बनाने के लिए 72.25 करोड़ रुपए खर्च किए जाएंगे। इस रकम को जारी करने की प्रशासनिक मंजूरी भी दे दी गई है। दक्षिण बिहार के 17 जिलों के लिए फंड के रूप में 32.95 करोड़ जारी हुए हैं। वहीं, उत्तर बिहार के लिए फंड के रूप में 39.29 करोड़ रुपए पास किए गए हैं। दरअसल, उत्तर बिहार में 21 जिले हैं।
नवादा में जल्द बनेगा 30 बेड का सीएचसी
नवादा जिले में जल्द एक सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बनकर तैयार हो जाएगा। बीएमएसआईसीएल ने निर्माण में देरी कर रही एजेंसी को कार्य मुक्त कर दिया है। अब नई एजेंसी को तत्काल काम पूरा करने के लिए कहा गया है।
14 जुलाई 2017 को हुआ था टेंडर
बीएमएसआईसीएल के अधिकारी ने कहा कि, एजेंसी को हटाने की वजह है कि, टेंडर जुलाई 2017 में ही हुआ था। उन्हें 12 महीने में ही भवन निर्माण पूरा करना था, लेकिन उन्होंने अब तक नहीं किया। अब नई एजेंसी को छह माह में निर्माण पूरा करने का निर्देश दिया गया है। उम्मीद है, समय पर काम पूरा करा लिया जाएगा। इसके बाद यह सीएचसी स्वास्थ्य विभाग को हैंडओवर कर दिया जाएगा।