बिहार विधानसभा चुनाव तीन फेज में हो रहा है जिसमें पहला फेज 28 अक्टूबर 71 सीटों के लिए हो चूका है, दूसरा फेज 3 नवंबर को 94 और 7 नवंबर को 78 सीटों के लिए होगा और मतगणना होगी 10 नवम्बर को लेकिन सबसे बड़ा सवाल है कि तीनों फेजों का हिस्टोरिकल डेटा क्या कहता है ?
सबसे पहले देखते हैं 2015 विधानसभा चुनाव का का हिस्टोरिकल डेटा
बिहार विधानसभा चुनाव 2015
गठबंधन | सीट | वोट% |
एनडीए | 58 | 34.1 |
यूपीए | 178 | 41.9 |
अन्य | 7 | 24.0 |
कुल | 243 | 100 |
अब देखते हैं पहले फेज का हिस्टोरिकल डेटा
पहला फेज: 28 अक्तूबर 2020 , 71 सीट
बिहार विधानसभा चुनाव 2015
पार्टी | सीट |
आरजेडी | 27 |
जेडीयू | 17 |
बीजेपी | 13 |
कांग्रेस | 9 |
सीपीआई (एमएल) | 2 |
हम | 1 |
आरएलएसपी | 1 |
निर्दलीय | 1 |
कुल | 71 |
बिहार विधानसभा चुनाव 2015
गठबंधन | सीट |
यूपीए | |
आरजेडी | 27 |
कांग्रेस | 9 |
सीपीआई (एमएल) | 2 |
कुल | 28 |
बिहार विधानसभा चुनाव 2015
गठबंधन | सीट |
एनडीए | |
जेडीयू | 17 |
बीजेपी | 13 |
हम | 1 |
कुल | 31 |
हिस्टॉरिकल डेटा के हिसाब से पहले फेज में सबसे बड़ा स्टेक होल्डर है आरजेडी जिसे 2015 के विधानसभा चुनाव में 27 सीटें मिली थीं जबकि दूसरा और तीसरा स्टेक होल्डर जेडीयू और बीजेपी है जिन्हें क्रमशः 17 और 13 सीटें मिली थीं । लेकिन सबसे बड़ा सवाल है क्या आरजेडी फिर से इस फेज में सबसे बड़ी पार्टी बन कर उभर पाएगी?
अब देखते हैं दूसरे फेज का हिस्टोरिकल डेटा
दूसरा फेज: 3 नवम्बर 2020 , 94 सीट
बिहार विधानसभा चुनाव 2015
पार्टी | सीट |
आरजेडी | 33 |
जेडीयू | 30 |
बीजेपी | 20 |
कांग्रेस | 7 |
एलजेपी | 2 |
सीपीआई (एमएल) | 1 |
निर्दलीय | 1 |
कुल | 71 |
बिहार विधानसभा चुनाव 2015
गठबंधन | सीट |
यूपीए | |
आरजेडी | 33 |
कांग्रेस | 7 |
सीपीआई (एमएल) | 1 |
कुल | 41 |
बिहार विधानसभा चुनाव 2015
गठबंधन | सीट |
एनडीए | |
जेडीयू | 30 |
बीजेपी | 20 |
कुल | 50 |
हिस्टॉरिकल डेटा के हिसाब से दूसरे फेज में भी आरजेडी , जेडीयू और बीजेपी का स्टेक दाव पर लगा हुआ जिन्हें क्रमश 33 , 30 और 20 सीटें मिली थीं । लेकिन इस फेज में भी सबसे बड़ा सवाल बनता है कि क्या आरजेडी फिर से दूसरे में 33 सीटें जीत पाएगी?
अब देखते हैं तीसरे फेज का हिस्टोरिकल डेटा
तीसरा फेज: 7 नवम्बर 2020 , 78 सीट
बिहार विधानसभा चुनाव 2015
पार्टी | सीट |
आरजेडी | 20 |
जेडीयू | 23 |
बीजेपी | 20 |
कांग्रेस | 11 |
सीपीआई (एमएल) | 1 |
आरएलएसपी | 1 |
निर्दलीय | 2 |
कुल | 78 |
बिहार विधानसभा चुनाव 2015
गठबंधन | सीट |
यूपीए | |
आरजेडी | 20 |
कांग्रेस | 11 |
सीपीआई (एमएल) | 1 |
कुल | 32 |
बिहार विधानसभा चुनाव 2015
गठबंधन | सीट |
एनडीए | |
जेडीयू | 23 |
बीजेपी | 20 |
कुल | 43 |
हिस्टॉरिकल डेटा के हिसाब से तीसरे फेज में भी जेडीयू ,आरजेडी और बीजेपी का स्टेक दाव पर लगा हुआ जिन्हें क्रमश: 23 , 20 और 20 सीटें मिली थीं । लेकिन इस फेज में भी सबसे बड़ा सवाल बनता है कि क्या जेडीयू फिर से तीसरे फेज में 23 सीटें जीत पाएगी?
तीनों फेजों का निष्कर्ष क्या कहता है ?
बिहार विधानसभा चुनाव 2015
पार्टी | सीट |
आरजेडी | 80 |
जेडीयू | 71 |
बीजेपी | 53 |
कांग्रेस | 27 |
अन्य | 12 |
कुल | 243 |
तीनों फेजों को देखने के बाद निष्कर्ष इस प्रकार है: पहला , 2015 के विधानसभा चुनाव में आरजेडी 80 सीटों को जीतकर सबसे बड़ी पार्टी बनी थी। क्या अबकी बार 2020 के विधानसभा में फिर से आरजेडी सबसे बड़ी पार्टी बन पाएगी? दूसरा, जेडीयू 2015 के विधानसभा चुनाव में 71 सीटों के साथ दूसरे नंबर की पार्टी बनी थी। क्या अबकी बार भी जेडीयू दूसरी सबसे बड़ी पार्टी बन पाएगी? तीसरा, बीजेपी 2015 के विधानसभा चुनाव में मात्र 53 सीटें जीती थी। क्या अबकी बार 2020 में बीजेपी 53 से आगे कहां तक आगे बढ़ेगी? चौथा, कांग्रेस पिछले विधानसभा चुनाव में गठबंधन के सहारे 27 सीटें जीती थी। क्या अबकी बार कांग्रेस आरजेडी के सहारे अपनी 27 सीटें बचा पाएगी? पांचवां और सबसे महत्वपूर्ण, बिहार की सत्ता किसे मिलेगी – एनडीए या यूपीए को? इस सारे सवालों का जवाब मिलेगा 10 नवम्बर को और तब तक करना होगा इंतजार।