- तेजस्वी यादव के खिलाफ पटना की सीजेएम कोर्ट ने एफआईआर दर्ज करने का आदेश दिया
- एक शख्स ने टिकट के लिए पांच करोड़ रुपए देने का आरोप लगाया है
- तेजस्वी यादव बोले अब कोई टॉम, डिक या हैरी केस दर्ज कराए फर्क नहीं पड़ता
बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव चर्चा में हैं। दरअसल संजीव कुमार सिंह नाम के एक शख्स ने आरोप लगाया है कि 2019 में एमपी की टिकट के लिए उससे पांच करोड़ रुपए मांगे गए और टिकट भी नहीं दिया गया। जब उन्होंने रकम वापस करने की मांग की तो पैसे वापस नहीं मिले और उन्हें पटना सीजेएम कोर्ट के अलावा कोई और रास्ता नजर नहीं आया। अब अदालती आदेश के बाद तेजस्वी यादव कहते हैं कि कोई टॉम, डिक या हैरी मेरे खिलाफ मामला दर्ज करता है तो मुझे इससे कोई फर्क नहीं पड़ता। लेकिन सवाल यह है कि शिकायतकर्ता को 5 करोड़ रुपये कहां से मिले?
क्या है मामला
दरअसल पटना की सीजेएम कोर्ट ने तेजस्वी यादव और उनकी बहन मीसा भारती के खिलाफ केस दर्ज करने का आदेश दिया है। एक शख्स का आरोप है कि इन दोनों लोगों ने 2019 में आम चुनाव के समय एमपी का टिकट देने के लिए पांच करोड़ रुपए लिये। लेकिन ना तो टिकट मिला और ना ही उनके पैसे वापस किए।
भागलपुर से टिकट मिलने का है मामला
इस केस में शिकायतकर्ता संजीव कुमार सिंह जो पेशे से वकील हैं पटना सीजेएम अदालत का दरवाजा खटखटाया। अपनी शिकायत में वो कहते हैं कि भागलपुर से टिकट मिलने का उन्हें भरोसा दिया गया और उसके एवज में पैसे की मांग की गई। लेकिन उन्हें टिकट नहीं मिला। अपने पैसे की वापसी की मांग को करते रहे लेकिन उसकी अनसूनी की गई। जब उनके पास कोई रास्ता नहीं बचा तो अदालत का दरवाजा खटखटाया