- बिहार के जमुई में एसएसबी और नक्सलियों के बीच मुठभेड़
- मारे गए नक्सली कमांडर के पास से इंसास राइफल सहित कई नक्सली सामग्री बरामद
- बिरगोडा जंगल में सर्च अभियान के दौरान हुई मुठभेड़
Naxalites in Bihar: बिहार में आतंक का पर्याय बन चुके नक्सली कमांडर मतलू तुरी को एसएसबी ने मुठभेड़ के बाद मार गिराया है। मारा गया नक्सली एक हार्डकोर कमांडर है। यह मुठभेड़ जमुई इलाके में हुई। एसएसबी को नक्सलियों की खबर एक गुप्त सूचना से मिली। इसके बाद इसी आधार पर बिरगोडा जंगल में चलाए गए सर्च अभियान के दौरान एसएसबी और नक्ललियों में मुठभेड़ हुई। मुठभेड़ को दौरान नक्सली मतलू तुरी को गोली लगी, जिससे उसकी मौत हुई। इसे एसएसबी की बड़ी सफलता माना जा रहा है।
मारे गए नक्सली के पास से इंसास राइफल, कई तरह नक्सली सामग्रियां बरामद हुई हैं। जानकारी के लिए बता दें एसएसबी जवानों से हुई मुठभेड़ में कई नक्सलियों को गोली लगने की शंका जाहिर की जा रही है। एसएसबी सर्च अभियान जारी रखेगी। एसएसबी की इस बड़ी कार्रवाई में किसी जवान के घायल होने की सूचना नहीं मिली है।
नक्सली किसी बड़ी घटना को अंजाम देने की फिराक में थे
मिली जानकारी अनुसार, बुधवार की रात खैरा थाना क्षेत्र के परासी गांव स्थित एसएसबी कैंप के जवानों को गुप्त सूचना मिली थी कि, कुछ नक्सलियों का दस्ता हरनी जंगल स्थित बिरगोडा के जंगल पहुंचा है। ये दस्ता कोई बड़ी घटना की योजना बना रहा है। सूचना के बाद एसएसबी के जवानों ने उक्त जंगल में सर्च अभियान चलाया। वहीं सुरक्षाबलों को देखते ही नक्सलियों की ओर से गोलीबारी की जाने लगी। जवाबी कार्रवाई में एसएसबी जवानों ने भी मोर्चा संभाला और नक्सलियों को करारा जवाब दिया। जवानों की ओर से की गई जवाबी कार्रवाई में एक हार्डकोर नक्सली कमांडर मतलू तुरी मारा गया।
सुरक्षाबलों का सर्च अभियान जारी
जानकारी के लिए बता दें कि, मुठभेड़ के बाद मौके से सुरक्षाबलों ने एक इंसास राइफल, कई गोलियां और नक्सली पीठू सहित कई नक्सली सामग्री भी बरामद किया है। वहीं, मुठभेड़ के बाद सुरक्षाबलों द्वारा उक्त स्थल पर सर्च अभियान चलाया जा रहा है। विशेष सुत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, इस गोलीबारी में कुछ और नक्सलियों को गोली लगने की आशंका है। हालांकि सुरक्षा बल सर्च अभियान चलाकर पता लगाने की कोशिश कर रहे है। फिलहाल मारा गया हार्डकोर नक्सली कमांडर का शव को परासी एसएसबी कैंप में रखा गया है। एसएसबी की कार्रवाई से एक आतंक का अंत हुआ है।