- नीतीश कुमार कैबिनेट ने लिए अहम फैसले, 20 लाख रोजगार सृजन पर लगाई मुहर
- 10 लाख की सहायता पर मुहर जिसमें पांच लाख माफ होंगे और पांच लाख पर एक फीसद ब्याज देना होगा।
- बिहार में हर एक शख्स को मुफ्त मे कोरोना वैक्सीन देने का फैसला
पटना। बिहार में विधानसभा चुनाव के प्रचार के दौरान सरकारी नौकरी और रोजगार देने का वादा प्रमुख था। आरजेडी नेता तेजस्वी यादव करीब करीब सभी चुनावी सभा में कहा करते थे कि सरकार में आने के बाद पहली कैबिनेट बैठक में 10 लाख सरकारी नौकरियों की फाइल को हरी झंडी दिखाएंगे। उनके इस वादे के जवाब में बीजेपी ने 19 लाख रोजगार सृजन का वादा किया। लेकिन जेडीयू के कद्दावर नेता और सीएम नीतीश कुमार कहा करते थे कि आखिर तेजस्वी यादव किसे मूर्ख बना रहे हैं। लेकिन कैबिनेट की बैठक में नीतीश कुमार ने कुछ अहम फैसलों का ऐलान किया जिसमें 20 लाख रोजगार के सृजन पर मुहर लगा दी। इसके साथ ही कुछ और ऐतिहासिक फैसले किये।
फ्री में लगेगा कोरोना वैक्सीन
20 लाख रोजगार पर मुहर लगाने के साथ ही बिहाक सरकार ने स्पष्ट कर दिया है कि राज्य में प्रत्येक शख्स को कोरोना का टीका मुफ्त में लगेगा। इसके साथ नीतीश सरकार ने सात निश्चय पार्ट-2 को मंजूरी दी गई है। इंटर पास करने वाली छात्राओं को 25 हजार और स्नातक यानी कि ग्रेजुएशन करने वाली छात्रा को 50 हजार रुपये की सहायता दी जाएगी। राज्य के प्रत्येक जिले में एक मेगा स्किल सेंटर खोला जाएगा।
कुछ अन्य फैसले
- प्रमंडल में टूल रूम और ट्रेनिंग सेंटर खोला जायेगा।
- सभी शहरों में वृद्धों के लिए आश्रय स्थल बनेगा, शहर में बेघर लोगों को लिए बहुमंजलि इमारतें बनेगी।
- कौशल विकास और उद्यमिता को बढ़ावा देने के लिए अलग से विभाग बनाया जायेगा।
- अब हिन्दी भाषा में भी तकनीकी शिक्षा उपलब्ध कराई जाएगी।
- एक चिकित्सा विश्वविद्यालय और एक इंजीनियरिंग यूनिवर्सिटी खोली जाएगी।
- बिहार राज्य से बाहर काम करने वाले कामगारों का डाटाबेस तैयार किया जायेगा। ताकि राज्य में जरूरत पड़ने पर उनका बेहतर इस्तेमाल किया जा सके।
क्या कहते हैं जानकार
नीतीश कैबिनेट के फैसले के बारे में जानकार कहते हैं कि इन फैसलों के जरिए उन्होंने संदेश देने की कोशिश की है वो हवा हवाई बात नहीं करते हैं। वो जो कहते हैं उसे जमीन पर उतारने की कोशिश में जुट जाते हैं। दूसरे दलों के नेताओं की तरह सस्ती लोकप्रियता हासिल नहीं करते हैं। बिहार के विकास के लिए जो मुमकिन होगा उसे वो जरूर अंतिम पायदान तक ले जाएंगे। वैसे तो 20 लाख रोजगार सृजन का मामला जेडीयू के घोषणापत्र में नहीं था। लेकिन नीतीश कुमार ने इस विषय पर फैसले के जरिए अपनी मंशा साफ कर दी है कि एनडीए के घटक दल पूरी तरह से एक साथ हैं।