- शहर के बैरिया बस टर्मिनल से सीएनजी बसें यूपी और झारखंड के लिए रवाना होंगी
- बस संचालकों और सीएनजी बस बनाने वाली कंपनी के बीच चल रही बातचीत
- कंपनी से 45 से 56 सीटर बसों के लिए मांगे गए हैं कोटेशन
Patna Cng Bus Service: पिछले दो साल में राजधानी में सीएनजी बसों का परिचालन बढ़ा है। ऑटो के बाद अब सीएनजी बसों पर जोर दिया जा रहा है। डीजल बसों के मालिक भी सीएनजी बसों की ओर रुख कर रहे हैं। अब शहर के साथ पड़ोसी राज्य उत्तर प्रदेश और झारखंड के लिए सीएनजी बसों के परिचालन को लेकर कवायद तेज हो गई है।
इन दोनों राज्यों के अलग-अलग शहरों के लिए बसों का परिचालन किया जाना है। यह बसें शहर के बैरिया स्थित पाटिलपुत्र बस टर्मिनल से रवाना होंगी। प्राइवेट बस मालिकों ने सीएनजी बस बनाने वाली कंपनी से संपर्क साधा है। दोनों के बीच बसों को लेकर बातचीत हो रही है।
100 से अधिक सीएनजी बसों का एक साथ परिचालन करने का लक्ष्य
बस मालिकों ने वाहन बनाने वाली कंपनी से 45 से 56 सीटर बस के लिए कोटेशन मांगे हैं। बैरिया बस टर्मिनल से सूबे के विभिन्न जिलों के लिए प्राइवेट बस मालिक राज्य भर में 100 से अधिक सीएनजी बसों को एक साथ उतारने की योजना में हैं। पहले फेज में 30 से अधिक बस मंगवाए जाने की तैयारी है। पटना, भागलपुर, मुजफ्फरपुर, गया, सासाराम समेत कई जिलों से उत्तर प्रदेश और झारखंड के लिए बस चलाने की योजना है।
15 बसों के परिचालन से होगी शुरुआत
पटना शहर से फिलहाल 15 बसों का परिचालन उत्तर प्रदेश और झारखंड के अलग-अलग शहरों के लिए किया जाएगा। पटना से सासाराम, बिहार शरीफ, पूर्णिया, बेगूसराय, गया, जहानाबाद समेत 20 जिलों और उत्तर प्रदेश के वाराणसी, लखनऊ, नोएडा समेत 10 जिलों के लिए बसें परिचालित की जाएंगी। जबकि झारखंड के रांची, जमशेदपुर, देवघर, दुमका समेत 5 जिलों के लिए बसों का परिचालन किया जाना है।
बस मालिकों को दिख रहा मुनाफा
इस बारे में बिहार मोटर ट्रांसपोर्ट फेडरेशन के अध्यक्ष उदय शंकर प्रसाद सिंह का कहना है कि, सूबे के बस मालिक सीएनजी बसों के परिचालन में दिलचस्पी दिखा रहे हैं। उन्हें सीएनजी बसों से मुनाफा दिखने लगा है। यह डीजल की अपेक्षा काफी सस्ता है। इसके प्रति यात्रियों में भी झुकाव बढ़ रहा है।