- केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय ने पुल निर्माण के लिए परियोजना कार्यान्वयन यूनिट बनाई
- पुल 7.89 किलोमीटर लंबा होगा, अगले तीन महीने में पूरी होगी कागजी प्रक्रिया
- जमीन अधिग्रहण से जुड़ी 3 ए का प्रकाशन भी कर दिया गया
Patna JP Setu News: पटना में जेपी सेतु के समानांतर छह लेन पुल के निर्माण के लिए परियोजना कार्यान्वयन यूनिट (पीआईयू) बनाई गई है। केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय ने इस यूनिट की स्थापना की है। यह सेतु 7.89 किलोमीटर लंबा और 6 लेन वाला है। इसे एक्स्ट्रा डोज केबल पर बनाया जाएगा। इस पीआईयू में एक एक्जीक्यूटिव इंजीनियर और एक असिस्टेंट इंजीनियर की तैनाती हुई है। इस पुल का निर्माण भारतमाला परियोजना के तहत किया जाना है।
सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय की योजना के अनुसार बरसात के अगले तीन महीने में सभी कागजी कार्यवाही पूरी कर ली जानी है। तकनीकी मंजूरियों का मतलब है कि जमीन अधिग्रहण से जुड़े 3ए प्रकाशन किया गया है। निर्माण शुरू करने से पहले वाली सभी गतिविधियां शुरू कर दी गईं हैं।
इनलैंड वाटरवेज अथॉरिटी ऑफ इंडिया से ले ली गई हैं मंजूरी
गंगा नदी के ऊपर पुल बनाने के लिए इनलैंड वाटरवेज अथॉरिटी ऑफ इंडिया से मंजूरी ले ली गई है। एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया और रेलवे से भी जल्द ही अनुमति मिल जाएगी। विभाग ने इन सभी विभागों को आवेदन भेज रखा है। इसी महीने डीपीआर के साथ पब्लिक इन्वेस्टमेंट बोर्ड में प्रस्ताव भेजा जाना है। कैबिनेट ऑन इकनोमिक अफेयर्स से भी औपचारिक अनुमति की प्रक्रिया पूरी की जाएगी।
नए छह लेन से कितना फायदा
इस नए छह लेन पुल के बनने से उत्तर बिहार से पटना का संपर्क बेहद आसान हो जाएगा। वैकल्पिक रास्ते होने से जाम की समस्या बिल्कुल हल हो जाएगी। बता दें अभी जेपी सेतु के दोनों ओर छह लेन और चार लेन एप्रोच बना हुआ है। केवल ब्रिज बनाया जाना है। उसके लिए जमीन अधिग्रहण की प्रक्रिया पूरी करनी होगी, जिसमें समय लगेगा।
बुद्ध सर्किट का होगा अहम हिस्सा
पटना से बेतिया तक के एनएच 139 डब्ल्यू का यह पुल एक भाग है। पटना एम्स के पास एनएच 139 से बाकरपुर (सोनपुर), मानिकपुर-साहेबगंज-अरेराज होकर बेतिया के पास एनएच-727 तक यह हाईवे जाना है। 115 किलोमीटर लंबा हाईवे नेपाल की अंतर्राष्ट्रीय सीमा तक जाएगा। यह बुद्ध सर्किट का एक अहम हिस्सा होगा।