- आरोपियों ने खाते से 4 लाख रूपए पार कर लिए
- बैंकिंग फ्रॉड में एईपीएस इस्तेमाल किया
- जनवरी से जून तक 40 बार में निकाले पैसे
Patna Cyber Crime : साइबर ठगों ने इस तरह से ठगी के कई नए तरीके इजाद कर लिए हैं, जिनके चलते अब बैकिंग साइबर ठगी से बचने की आपकी राह आसान नहीं है। जो लोग ये मानते हैं कि, वे बैंक में पैसा तो रखते हैं पर एटीएम या इंटरनेट बैंकिंग जैसी आधुनिक तकनीक से कोसों दूर रहते हैं। उनका यह वहम अब सुरक्षित नहीं रह गया है। साइबर ठग अब ऐसे लोगों को भी अपना शिकार बना रहे हैं। राजधानी पटना में एक ऐसा ही अजब वाक्या सामने आया है।
जिसमें एक शख्स ठगी का शिकार हो गया। पुलिस के मुताबिक, पटना के बोरिंग इलाके में स्थित बैंक की ब्रांच में शहर के एसकेपुरी इलाके के एडी सिंह का बैंक एकाउंट है। साइबर अपराधी गत 6 माह में पीड़ित के खाते के अकाउंट से पैसे निकाल रहे थे। पुलिस के मुताबिक, बदमाशों ने 40 बार में 4 लाख रूपए निकाल लिए। पीड़ित को इस बात का पता उस समय चला जब वे बैंक में अपनी पासबुक में एंट्री दर्ज करवाने गए। इसके बाद उनके होश उड़ गए। ठगी के शिकार हुए एडी सिंह ने एसकेपुरी थाने में मामला दर्ज करवाया। पुलिस जांच में ये बात सामने आई कि, साइबर ठगोंं ने खाते से रूपए एईपीएस के द्वारा निकाले।
ऐसे हुई ठगी
एसकेपुरी एसएचओ धीरज कुमार ने बताया कि, ठगी की वारदात का मामला दर्ज किया गया है। अब बदमाशों का पता लगाया जा रहा है। एसएचओ ने बताया कि, हैरानी इस बात की है कि, पीड़ित ने कभी कोई बैंक एटीएम यूज नहीं किया ना ही अभी तक इंटरनेट बैंकिंग इस्तेमाल की है। इसके बाद भी ठगी का शिकार हो गया। उन्होंने बताया कि, दरअसल साइबर अपराधियों ने जनवरी से जून के बीच आधार एनबिल्ट भुगतान तकनीक के द्वारा पीड़ित के खाते से 10-10 हजार रूपए 40 बार में निकाल लिए। इस तरह से आरोपियों ने उनके खाते से 4 लाख रूपए पार कर लिए। अब पुलिस साइबर सेल की मदद से अपराधियों का पता लगाने में जुटी है। पुलिस पीड़ित के बैंक एकाउंट से हुए फ्रॉड के आधार पर अपराधियों तक पहुंचने की जुगत में है। वहीं पुलिस इस बात का भी पता लगा रही है कि, पीड़ित के खाते की जानकारी आरोपियों को कैसे लगी।