- पटना के खुसरुपुर का रहने वाला है हाईकोर्ट का वकील
- पुलिस ने चार अपहरणकर्ताओं को किया गिरफ्तार
- 20 लोगों से अब तक कर चुका था ठगी
Patna High Court Judge: पटना हाईकोर्ट का जज बनकर वकील ने 20 लोगों से 14 लाख रुपए की ठगी की है। शहर के खुसरुपुर निवासी वकील ने नौकरी दिलाने का झांसा देकर उक्त रकम की ठगी की है। नौकरी नहीं मिलने से नाराज युवाओं ने वकील का अपहरण किया था। पटना के राजेंद्र नगर टर्मिनल से वकील को अगवा किया था। पुलिस ने इन्हें वैशाली जिले के देसरी थाना क्षेत्र से बरामद किया है। पुलिस ने औरंगाबाद के चंदन कुमार, वैशाली के देसरी निवासी रोहित, जंदाहा के सुभाष और प्रिंस को गिरफ्तार किया है।
रोहित, सुभाष और प्रिंस फुफेरे-ममेरे भाई हैं। इन चारों को जब वकील नौकरी नहीं दिलवा सके तो इन लोगों ने उसका अपहरण कर परिवार वालों से पांच लाख की फिरौती मांगी। एसएसपी मानवजीत सिंह ढिल्लो का कहना है कि ठगी से संबंधित साक्ष्य एकत्रित किए जा रहे हैं। साक्ष्य मिलने के बाद वकील के खिलाफ केस दर्ज किया जाएगा।
सचिन को तलाश रही पुलिस
अब पुलिस समस्तीपुर जिला निवासी सचिन की तलाश कर रही है। गार्ड की नौकरी के लिए सचिन ने भी वकील को 70 हजार रुपए दिए थे। इसके साथ कई और लोगों से उसने पैसे लेकर चंदन को दिलवाया था। सचिन के बयान पर ही पटना पुलिस वकील के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करेगी। इधर, गिरफ्तार चंदन के पास पुलिस को डेढ़ लाख रुपए मिले है। जबकि वह गार्ड की नौकरी करता है। पुलिस का मानना है कि चंदन और वकील ने मिलकर नौकरी देने के नाम पर लाखों की ठगी की है। पुलिस ने इनके कब्जे से एक गाड़ी और दो मोबाइल जब्त किए हैं। मोबाइल का सीडीआर निकाला जा रहा है।
वकील ने अपना नाम राजा बताकर की ठगी
गिरफ्तार चंदन का कहना है कि, वह एक सिक्योरिटी सर्विस में गार्ड है। 2020 में अखबार में विज्ञापन देखकर वह वकील के संपर्क में आया। वकील ने खुद को हाईकोर्ट का जज एवं अपना नाम राजा बताया था। उसने कहा कि हाईकोर्ट की सिक्योरिटी के लिए कुछ गार्ड की भर्ती होनी है। उसने 20 लोगों से 70-70 हजार रुपए लिए। इस तरह उसने कुल 14 लाख रुपए की ठगी की। बहुत दिनों बाद जब नौकरी नहीं लगी तो वह लोग वकील पर दबाव बनाने लगे। इस दौरान उसने कोरोना काल का हवाला देकर अपना पल्ला झाड़ लिया। फिर अगस्त 2022 जब बीतने लगा तो उन लोगों ने वकील के अपहरण की साजिश रची।
चंदन ने ही वकील को मिलने बुलाया था
पुलिस के मुताबिक चंदन ने ही वकील को कॉल करके राजेंद्र नगर टर्मिनल बुलाया था। उसने कहा था कि एक और लड़के को नौकरी की जरूरत है और वह 70 हजार रुपए देने के लिए तैयार है। इसके बाद चंदन ने वकील को अगवा कर लिया था।