- 62 वर्षीय धर्मदेव गत 22 साल से नहाया नहीं है
- इसके शरीर से तेज दुर्गंध आती है, लेकिन वह अभी तक कभी बीमार नहीं पड़ा
- इसके ना नहाने के पीछे भी एक अजीब शपथ की चौंकाने वाली कहानी है
Patna News: बिहार के गोपालगंज में एक आदमी की अनूठी जिद के बारे में जान हर कोई हैरान है। यह शख्स गत 22 साल से नहाया नहीं है और ना ही कभी नहाने की जिद पर अड़ा है। सबसे आश्चर्य तो इस बात का है कि इस इंसान के शरीर से तेज दुर्गंध आती है, लेकिन वह अभी तक कभी बीमार नहीं पड़ा। आपको बता दें कि गोपालगंज के 62 वर्षीय धर्मदेव अपनी नहीं नहाने की जिद के चलते नौकरी गवां बैठे हैं। वह कोलकाता में एक जूट मिल में कार्यरत थे।
जानकारी के मुताबिक धर्मदेव राम के ना नहाने के पीछे भी एक अजीब शपथ की चौंकाने वाली कहानी है। उनका कहना है कि जब तक महिलाओं के साथ अत्याचार, जमीनी विवाद व जीव हत्या बंद नहीं होंगी वे नहीं नहाएंगे। यह तीन मांगे पूरी होने के बाद ही वह अपने शरीर पर पानी डालेंगे। ग्रामीण इनकी इस जिद की वजह दिमागी बीमारी को बता रहे हैं।
पत्नी व दो बेटे खो चुके
ग्रामीणों ने बताया कि धर्मदेव विगत 22 वर्षों से गांव में ब्रह्मस्थान के पास रहते हैं। वर्ष 2003 में उनकी पत्नी मायादेवी की मृत्यु होने के बाद भी वे नहीं नहाए। इसके बाद उनके दो बेटों की मौत हो गई। इस पर भी उन्होंने शरीर पर एक बूंद पानी नहीं डाला। इधर, ग्रामीणों का कहना है कि धर्मदेव राम तांत्रिक कर्मकांड करते हैं, यही वजह है कि वे दिमागी तौर पर बीमार हैं। यही वजह है कि वह ना नहाने की जिद्द पाले बैठे हैं। धर्म देव का कहना कि वर्ष 1986 में अचानक उन्हें ऐसा लगा कि देश में भूमि विवाद, जीवहत्या व महिलाओं के साथ अत्याचार बढ़ने लगे हैं। इसके बाद से उन्होंने शपथ ली कि जब तक ये सब अत्याचार बंद नहीं होंगे वे नहीं नहाएंगे। ग्रामीण बताते हैं कि धर्मदेव एक गुरु के साथ 6 महीने रहे व जप-तप किया। वे भगवान श्रीराम को अपना आदर्श मानते हैं। सबसे खास बात तो ये है कि धर्मदेव भगवान राम के बताए गए उसूलों पर चलते हैं।