- वैशाली जिले के भगवानपुर प्रखंड की मियां बेरी पंचायत के मलाही गांव की घटना
- वार्ड नंबर 11 में पसरा है मातम, मरने वालों में चारों बुजुर्ग थे
- दो लंबे समय से बीमार चल रहे थे, दो की संदिग्ध स्थिति में मौत
Patna News: राजधानी से सटे वैशाली जिले के भगवानपुर प्रखंड की मियां बेरी पंचायत में शोक की लहर दौड़ रही है। इस पंचायत के मलाही गांव में मातम पसरा है। गांव के वार्ड नंबर 11 में बुधवार को पांच घंटे के भीतर 4 लोगों का निधन हो गया। मरने वाले चारों लोग बुजुर्ग थे। इनमें से दो लोग बीमार थे, जबकि दो की संदिग्ध मौत हुई है। इस घटना के बाद से हर किसी के सिर पर चिंता की लकीरें खिंच गई हैं।
एक साथ गांव से चार लोगों का शव निकला। इन चारों का अंतिम संस्कार हाजीपुर के कौन हारा घाट पर हुआ। इस गांव के किसी भी घर में चूल्हा नहीं जला है। मलाही गांव के वार्ड 11 निवासी साधु सिंह की मौत सबसे पहले हुई। यह पटना के एक निजी अस्पताल में भर्ती थे। यहां इलाज के दौरान बुधवार की दोपहर 3 बजे दम तोड़ दिया।
जिले भर में हो रही घटना की चर्चा
65 वर्षीय साधु एक हफ्ते से बीमार चल रहे थे। एक घंटे के बाद ही शाम 4 बजे 80 साल के बैजू का भी निधन हो गया। अब अचानक दो लोगों की मौत से गांव शोक में डूब चुका था। सभी इन दोनों के अंतिम संस्कार की तैयारी में लगे थे। इसी दौरान रात 8 बजे 75 वर्षीय फूल कुमारी ने दम तोड़ दिया। इनकी मौत से आहत पति 80 वर्षीय सुखी दास की भी जान निकल गई। पांच घंटे के भीतर चार लोगों की मौत एवं उसके बाद पूरे गांव में चूल्हा नहीं जलने की चर्चा पूरे जिले में हो रही है। इस सामाजिक मजबूती की लोग सराहना कर रहे हैं। पंचायत के मुखिया उमेश राय का कहना है कि गांव वाले अपनों को खोने के गम में हैं। यह जानकर दिल को सुकून मिलता है कि जहां देश-प्रदेश अलग-अलग हिस्सों में टूट रहा है, वहीं इस गांव में दूसरे के गम में पूरा ग्रामीण शामिल है।